बाड़मेर. महिला दिवस के अवसर पर ईटीवी भारत आपको महिलाओं बेटियों से जुड़ी हर खबर से आपको रूबरू करवा रहे हैं. बता रहे हैं कि बेटियां किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं. आपने और हमने विभिन्न आयोजनों में बेटियों को पोस्टर और कैनवास पर हाथ आजमाते देखा होगा, लेकिन बाड़मेर की एक बेटी ने एक कदम आगे रखते हुए पेंसिल स्केच ड्राइंग को प्रोफेशनल तरीके से शुरू कर दिया है. 2 साल की मेहनत के बाद 20 साल की नेहा बोथरा के ना केवल सोशल प्लेटफॉर्म पर हजारों फॉलोअर हैं, बल्कि अब उन्हें पेंसिल स्केच के आर्डर भी मिल रहे हैं.
नेहा ने अब तक सैकड़ों स्केच पेंटिंग बनाई है. यहां तक कि नेहा ने नरेंद्र मोदी की भी स्केच पेंटिंग तैयार की है. बाड़मेर में 20 वर्ष की बेटी नेहा बोथरा ने प्रोफेशनल पेंटिंग में कदम रख कर एक नया आयाम बनाया है. नेहा संभवतः जिले की पहली प्रोफेशनल स्केच आर्टिस्ट बन गईं हैं.
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2 साल की मेहनत रंग लाई
बाड़मेर के एमबीसी कन्या महाविद्यालय में अध्ययनरत नेहा बोथरा ने 2 साल पहले स्केच पेंटिंग की कला में अपना कदम रखा था. फिर उसने खुद को पेंसिल आर्ट की तरफ समर्पित कर दिया. लगातार घंटों मेहनत और अभ्यास का नतीजा यह है कि लोग पैसे देकर पेंटिंग बनाने का ऑर्डर दे रहे हैं. व्यवसायी मांगीलाल बोथरा की बिटिया नेहा अब तक 100 से ज्यादा स्केच बना चुकी हैं. वहीं 25 से अधिक ऑर्डर भी ले चुकीं हैं. कक्षा दसवीं में जिले में नौवें पायदान पर रहीं नेहा की सहेलियां अब अपनों के जन्मदिन पर गिफ्ट के तौर पर नेहा के बनाए स्केच दे रहीं हैं. नेहा बताती है कि शुरू-शुरू में बेहद मुश्किल है आई लेकिन अब कला में निपुणता से सब खुश हैं.
पिता को है गर्व
नेहा के पिता बताते हैं कि बिटिया की स्केच पेंटिंग की शुरुआत में ऐसा लग रहा था कि मानो पढ़ाई की वजह से वो अपना समय खराब कर रहीं हो लेकिन अब जब नेहा के बने स्केच कि लोग तारीफ करते हैं तो हमें उसकी चित्रकारी पर हमें बेहद गर्व होता है. नेहा ने कई बड़े-बड़े लोगों के भी फोटो बनाए हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भी स्केच बनाया है लेकिन उन्हें वह स्केच भेंट करने का अवसर नहीं मिला है.
नेहा के पिता बताते हैं कि बच्चे अधिकतर इस उम्र में मोबाइल गेम और सोशल साइट में अपना समय बिताते हैं, लेकिन उन्हें गर्व है कि उनकी बेटी इस उम्र में स्केच चित्रकारी के जरिए हुबहू तस्वीर बना लेती है. जब लोग उसकी तस्वीरों की तारीफ करते हैं, तब हमें हमारी बेटी पर भी गर्व महसूस होता है.