बाड़मेर. कोरोना महामारी की रोकथाम को लेकर लगाए गए लॉकडाउन की वजह से प्रवासी श्रमिकों को खासी परेशानी उठानी पड़ रही है. इन श्रमिकों की परेशानी को देखते हुए गहलोत सरकार लगातार इनकी घर वापसी के प्रयास कर रही है. जिसके चलते अलग-अलग राज्यों के प्रवासी श्रमिकों को बसों और ट्रेनों के माध्यम से घर भेजा जा रहा है. इसी कड़ी में शनिवार को पश्चिम बंगाल के श्रमिकों को बाड़मेर रोडवेज डिपो की चार बसों से अजमेर भेजा गया. जहां से सभी को स्पेशल ट्रेन के माध्यम से पश्चिम बंगाल रवाना किया जाएगा.
बता दें कि घर वापसी को लेकर प्रवासी श्रमिकों के चेहरों पर खुशी साफ झलक रही थी. यही नहीं इस दौरान उन्होंने गहलोत सरकार के इन प्रयासों की जमकर तारीफ भी की. बता दें कि पश्चिम बंगाल के इन मजदूरों का ऑनलाइन पंजीयन करवाया गया था. शनिवार को मजदूरों की रवानगी को लेकर बाड़मेर प्रशासन द्वारा माकूल व्यवस्थाएं की गई.
उपखंड अधिकारी नीरज मिश्र समेत कई प्रशासनिक अधिकारी बसों की रवानगी के दौरान बस स्टैंड पर मौजूद रहे और पूरी व्यवस्थाओं का जायजा लिया. बाड़मेर आगर के मुख्य प्रबंधक उमेश नागर ने बताया कि बाड़मेर डिपो की चार बसों की व्यवस्था की गई है. इन बसों में 176 प्रवासी पश्चिम बंगाल के श्रमिकों को अजमेर तक पहुंचाया जाएगा. जहां से सभी आगे ट्रेन के माध्यम से पश्चिम बंगाल जाएंगे. उन्होंने बताया कि इन श्रमिकों की यह यात्रा पूर्णतया निशुल्क है.
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इस दौरान घर वापसी कर रहे प्रवासी श्रमिकों का कहना था कि बाड़मेर में लॉकडाउन के दौरान उन्हें थोड़ी बहुत परेशानी का सामना करना पड़ा. वह घर जाने को लेकर लगातार प्रयास कर रहे थे. उन्होंने कहा है कि स्थानीय प्रशासन और गहलोत सरकार की वजह से उनके घर जाने का सपना साकार हो रहा है. जिसक चलते उन्होंने गहलोत सरकार का आभार भी व्यक्त किया.