बूंदी. सीएडी प्रशासन की ओर से जिले के केशवरायपाटन क्षेत्र में शनिवार रात 12:00 बजे से नहर में पानी छोड़ दिया जाएगा. कोटा संभागीय आयुक्त और बूंदी जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता के तत्वावधान में सीएडी प्रशासन की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया है.
बता दें कि बूंदी जिले में इस बार काफी कम बारिश हुई है, जिसके चलते किसान इस बरसात से अपने खेतों की फसल में पानी की भरपाई नहीं कर पाए. प्रशासन ने किसानों की समस्याओं पर ध्यान देते हुए तीसरी बार बूंदी की नहरों में पानी छोड़ने का निर्णय लिया है. इससे पहले मक्का, सोयाबीन की फसल में दो बार पहले पानी छोड़ा जा चुका है. 15-15 दिन के अंतराल में प्रशासन ने किसानों को यह पानी पहुंचाया था. ऐसे में जिले के किसानों ने सोयाबीन, मक्का की फसल को उपज होने के बाद काट लिया और मंडी में बेच दिया.
वहीं धान की फसल पानी पर ही निर्भर रहती है. ऐसे में किसानों ने फिर से पानी की मांग की. जिस पर संभागीय आयुक्त ने फिर से तीसरी बाहर छोड़ने का निर्णय लिया है. शनिवार रात 12:00 बजे से केशोरायपाटन और कापरेन क्षेत्र में पानी छोड़ दिया जाएगा. जिससे किसानों को काफी राहत मिलेगी. जिला कलेक्टर आशीष गुप्ता ने बताया कि नहरी पानी को लेकर बैठक का आयोजन किया गया था, जिस पर यह फैसला लिया गया है. बूंदी ब्लॉक में 15 अक्टूबर के बाद पानी छोड़ा जाएगा.
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बता दें कि यह पानी अब लंबे समय तक नहरों में छोड़ा जाएगा क्योंकि, आने वाले फसलों के लिए भी पानी की जरूरत रहेगी. पानी को नहर में छोड़े जाने के बाद किसानों ने भी खुशी व्यक्त की है. अब उनकी खेतों में पानी की कमी की वजह से मुरझाई हुई फसले फिर से लहलहाने लगेगी और किसानों को नुकसान नहीं उठाना पड़ेगा. हालांकि प्रशासन ने नहरी पानी को शुरू करने से पहले जहां जहां से नहरी तंत्र क्षतिग्रस्त था, वहां पर नहर को पूरी तरह से साफ सफाई और मरम्मत करवाई गई है.