बारां. जिले में एक साथ 2222 जोड़ों की शादियों का रिकॉर्ड बनने जा रहा है. इतनी बड़ी शादी में मेहमानों को खिलाने के लिए बड़े पैमाने पर पकवान भी बनाए जा रहे हैं. इसकी तैयारी 5 दिन पहले से ही शुरू हो गई है. खाने में लोगों को नुक्ती, बेसन मिठाई, नमकीन, कैरी की लौंजी और पूड़ी परोसी जाएगी. ऐसे में प्रति व्यक्ति पर करीब 150 रुपए का खर्चा होगा. शादी के लिए बनी 800 क्विंटल नुक्ती को रखने के लिए ट्रैक्टर की ट्रॉली का उपयोग किया गया है. ट्रॉली में प्लास्टिक कवर लगाकर उनमें नुक्ती को रख दिया गया है. इसी तरह से बेसन की मिठाई को भी स्टोर करके रखा गया है. नमकीन को भी इसी तरह से बड़े पॉलिथीन के पैकेट में पैक करके रखा गया है.
कई हजार क्विंटल बन रहा है खाना : आयोजन समिति के सदस्य शेखर कुमार ने बताया कि कार्यक्रम में 5 लाख लोगों के लिए खाने की व्यवस्था की जा रही है. इसमें 800 क्विंटल नुक्ती, 800 क्विंटल बेसन की मिठाई बनकर तैयार हो गई है. इसके अलावा 350 क्विंटल नमकीन भी बनकर तैयार हो गए हैं. साथ ही 500 क्विंटल कैरी की लौंजी बन रही है, लगातार इसका काम चल रहा है. 26 तारीख को भोजन सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक लोगों को करवाना है, इसके मद्देनजर 25 तारीख की रात से ही दाल की सब्जी और पूड़ी बनने का काम शुरू होगा.
भीलवाड़ा से मंगवाया हलवाई : सामूहिक विवाह सम्मेलन के मीडिया प्रभारी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि सर्वधर्म सामूहिक विवाह सम्मेलन की तैयारियां कई महीनों पहले से शुरू हो गई थी. इसके लिए आने वाले मेहमानों की गणना भी 5 लाख के आसपास की गई थी. इसी के अनुसार खाना बनाने की तैयारी भी की जानी थी. ऐसे में श्रीमहावीर गोशाला कल्याण संस्थान ने हलवाई के लिए बात की, हालांकि हाड़ौती के चारों जिलों के हलवाई इतने बड़े आयोजन के लिए तैयार नहीं हुए. कुछ कोशिश मध्यप्रदेश में भी की गई, बाद में भीलवाड़ा से हलवाई को लाया गया.
16 रसोइयों में काम कर रहे हैं 1000 हलवाई : सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजन समिति के सदस्य शेखर कुमार ने बताया कि 1000 के आसपास हलवाई की टीम 20 मई को बारां पहुंची थी. करीब 16 रसोइयों ने 21 मई से ही अलग-अलग जगह पर खाना बनाना शुरू कर दिया. इस आयोजन के लिए 200 से ज्यादा सिलेंडर मंगवाए गए हैं. साथ ही खाना बनाने के लिए बड़ी-बड़ी 200 भट्टियां भी खोदी गई हैं. करीब 5 लाख लोगों के भोजन करने का अनुमान, ऐसे में खाना करीब 7.5 करोड़ रुपए का होगा.
पढ़ें. Mass wedding in Bikaner : एक दूजे के हुए 32 जोड़े, प्रतिभाओं को किया सम्मानित
खाना बनाने के लिए बर्तनों की जद्दोजहद : मीडिया प्रभारी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि इतने बड़े आयोजन के लिए खाना बनाने के बर्तन मिलना भी मुश्किल थे. यह भी हलवाई ने बड़ी मुश्किल से मैनेज किए हैं. उन्होंने कई जिलों से बर्तन और सामान मंगवाए हैं. बने हुए भोजन और अन्य सामानों को भी स्टोर करने के लिए बड़ी मात्रा में बर्तनों की जरूरत थी, इसके लिए भी काफी जद्दोजहद कर व्यवस्था की गई.
4 करोड़ रुपए से ज्यादा का माल मंगवाया : आयोजन समिति के सदस्य शेखर कुमार ने बताया कि सामानों के लिए भी बड़े-बड़े सप्लाई से ही संपर्क किया गया है. किराने का सामान ही 4 करोड़ रुपए से ज्यादा का आया है. शक्कर सीधे महाराष्ट्र की शुगर मील से 300 क्विंटल मंगवाई गई है. इसके अलावा 1000 क्विंटल आटे की उपलब्धता समारोह के लिए की गई है. देसी घी के 1250 टिन और मूंगफली तेल के 2500 टिन मंगाए गए हैं. हलवाई सहित अन्य कई लोगों के लिए रोज भोजन बन रहा है. ऐसे में करीब 2000 कर्मचारी रोज सुबह-शाम भोजन कर रहे हैं.
पढ़ें. चित्तौड़गढ़ में गोस्वामी समाज ने करवाया 107 जोड़ों का सामूहिक विवाह
एक बार में 50 हजार लोग कर सकेंगे भोजन : खनन एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि लोगों को भोजन परोसने के लिए 32 पांडाल बनाए गए हैं. हर रसोई के सामने दो पांडाल हैं, जिनमें भोजन परोसा जाएगा. एक पांडाल 300 फीट का है, जिसमें एक बार में करीब 50 हजार लोग बैठकर भोजन कर सकेंगे. इन लोगों की व्यवस्था के लिए श्री महावीर गोशाला कल्याण संस्था के पदाधिकारियों के अलावा अन्य समाज के पदाधिकारी और सामाजिक संस्थाएं भी जुटी हुई हैं, इसीलिए यह ऐतिहासिक कार्यक्रम हैं.
12 हजार लोग संभालेंगे भोजन वितरण की व्यवस्था : आयोजन समिति के सदस्य शेखर कुमार ने बताया कि प्रत्येक डोम के अंदर करीब 15,000 व्यक्ति भोजन करेंगे. हर डोम के अंदर 200 वेटर लगाए गए हैं. इतने ही कार्यकर्ता सहयोग करेंगे. कुल मिलाकर 400 व्यक्ति एक डोम में व्यवस्था संभालेंगे. वेटर्स के लिए भी आसपास के जिलों से संपर्क कर लोगों को बुलाया गया है. करीब 6400 व्यक्ति भोजन परोसने के लिए उपलब्ध रहेंगे, इतने ही कार्यकर्ता भोजन वितरण की व्यवस्था संभालेंगे. डोम को आंधी-तूफान और पानी के अनुकूल बनाए गए हैं. लोगों को परोसने के लिए 600070 दोने की व्यवस्था की गई है.
1 करोड़ लीटर पानी की होगी व्यवस्था : आयोजन समिति के सदस्य शेखर कुमार ने बताया कि पानी की व्यवस्था के लिए सभी लोगों को भोजन के साथ एक बोतल दी जाएगी. इसके अलावा पूरे परिसर में पानी की व्यवस्था के लिए पाइपलाइन डाली गई है. यह करीब 17 किलोमीटर लंबी पाइपलाइन है. करीब 30 जगह पर पानी पीने की नियत स्थान बनाए गए हैं. इस पूरे आयोजन में करीब एक करोड़ लीटर पीने के पानी की व्यवस्था की जा रही है.