बारां. राजस्थान में सरकार बदलते ही कांग्रेस के नेताओं पर लगातार मुकदमे दर्ज हो रहे हैं. पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया से लेकर कई कांग्रेसी नेता शामिल है. कांग्रेस नेताओं पर हो रहे मुकदमे का विरोध भी शुरू हो गया है. शुक्रवार को दो पूर्व विधायक और कांग्रेस के जिला अध्यक्ष ने पुलिस अधीक्षक राजकुमार चौधरी से मुलाकात कर मुकदमे दर्ज होने का विरोध जताया है. साथ ही उन्होंने कहा कि राजनीतिक व्यवस्था से झूठे मुकदमे दर्ज करवाए जा रहे हैं. ज्ञापन देने आए नेताओं ने कहा कि यह सहन नहीं किया जाएगा और इसी तरह से अगर झूठे मुकदमों में फंसाने की कोशिश की गई है तो कांग्रेस भी सड़कों पर उतरकर जवाब देगी.
बारां अटरू के पूर्व विधायक पानाचंद मेघवाल ने आरोप लगाया है कि भारतीय जनता पार्टी के पदाधिकारी राजनीतिक द्वेषता से कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर जबरदस्ती मुकदमे दर्ज करवा रहे हैं. उन्होंने इन सभी झूठे मुकदमों में एफआर लगाने व भविष्य में बिना किसी जांच एवं तथ्यों के राजनीतिक दबाव में कांग्रेस नेताओ के खिलाफ मुकदमें दर्ज नहीं करने की बात कही है. कांग्रेस नेताओं ने कहा कि अब कांग्रेस पार्टी बर्दाश्त नहीं करेगी और जिले में उग्र आंदोलन करने के लिए विवश होना पड़ेगा, जिसकी जिम्मेदारी पुलिस व प्रशासन की होगी.
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किशनगंज की पूर्व विधायक निर्मला सहरिया ने कहा कि समस्त प्रकरण फर्जी व बनावटी है. कांग्रेस कार्यकर्ताओं के खिलाफ तीन दिन में तीन झूठे मामले साफ इंगित करते है कि यह प्रकरण राजनीतिक द्वेषता वश दर्ज करवाए जा रहे हैं. इन मुकदमों को करवाकर कांग्रेस पार्टी व जन प्रतिनिधियों की छवि को धूमिल करने का प्रयास किया जा रहा है. इस प्रतिनिधि मंडल में जिलाध्यक्ष रामचरण मीणा, नगर पालिका मांगरोल चेयरमेन कौशल सुमन व जिला संगठन मंत्री कैलाश जैन शामिल थे. बता दें कि पूर्व मंत्री प्रमोद जैन भाया के खिलाफ अंता और बारां थाने में दो प्रकरण दर्ज किए गए हैं. इसके अलावा कांग्रेसी नेताओं के खिलाफ भी किशनगंज में मुकदमा दर्ज हुआ है.