अंता (बारां). ये कैसा मजदूर दिवस आया है कि मजदूरों को अपने घरों पर पहुंचने के लिए परेशान होना पड़ रहा है. मजदूर घर पहुंचने के लिए सैकडों किलोमीटर दूर से पैदल चल कर बारां जिले की सीमा में पहुंचे हैं. साथ ही पिछले कई दिनों से यहां पर फंसे हुए हैं. प्रशासन द्वारा इन्हें आगे नहीं जाने दिया जा रहा है.
इनमें एक गर्भवती महिला भी शामिल है. यहां परिवार सहित फंसे मजदूरों में कई छोटे छोटे बच्चे हैं, जो इस भीषण गर्मी में बेहाल हैं. ये मजदूर अपने घर उत्तर प्रदेश जाना चाहते हैं, लेकिन प्रशासन ने इन्हें यहीं रोक लिया है और पिछले तीन दिन से करीब 300 से अधिक मजदूर अपने अपने घर जाने की गुहार लगा रहे हैं.
बारां जिले से गुजरने वाले हाइवे एनएच-27 पर आगे मध्यप्रदेश का शिवपुरी जिला शुरू हो जाता है. आगे उत्तर प्रदेश के झांसी जिला मिलता है. ऐसे में लॉकडाउन में पिछले डेढ़ माह से हजारों मजदूर अपने घर पैदल इसी मार्ग से होकर पहुंचे हैं, लेकिन पिछले तीन दिन से प्रशासन ने जिले की सीमा पर उत्तर प्रदेश जाने वाले मजदूरों को रोक रखा है. मजदूर परेशान हो कर प्रशासन से घर भेजने की गुहार लगा रहे हैं.
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मजदूरों का कहना है कि वे जहां से आए हैं, वहां वापस भी नहीं जा सकते. क्योंकि मकान मालिक अब उन्हें मकान में घुसने नहीं देगा. मजूदरों ने बताया कि उन्हें ही जाने से रोका जा रहा है और बड़े लोगों की गाड़ियां जाने दी जा रही हैं. वहीं प्रशासन ये कहकर अपनी जिम्मेदारी खत्म कर ली है कि आगे जाने की अनुमति नहीं है. अनुमति मिलने के बाद ही आगे जाने दिया जाएगा.