ETV Bharat / state

युवक ने खेत में जाकर लगा ली फांसी, घरेलू तनाव से था परेशान

बारां जिले के केलवाड़ा में घरेलू कलह के चलते एक युवक द्वारा खेत पर जाकर फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है. युवक की पत्नी अपने भाई के घर गई हुई थी. वहीं युवक के पांचों मासूम रात भर पिता के घर लौटने का इंतजार करते रहे.

Farmer upset due to domestic tension, किसान ने खेत में लगाई फांसी
किसान ने खेत में जाकर लगा ली फांसी
author img

By

Published : Dec 15, 2019, 11:13 AM IST

बारां. केलवाड़ा में पांच मासूम बच्चों के साथ एक खाली पड़े सरकारी मकान में दो दिनों से रह रहे 35 वर्षीय युवक ने अपनी पत्नी के भाई के घर चले जाने से आहत होकर पारिवारिक कलह और तनाव के कारण खेत में पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं पांच मासूम बच्चे रातभर पिता के आने का इंतजार करते रहे.

किसान ने खेत में जाकर लगा ली फांसी

जानकारी के अनुसार सुंडा निवासी प्रताप सहरिया पांच-छह दिन पूर्व पत्नी और पांच बच्चों के साथ केलवाड़ा आया था. उसकी पत्नी मीरा सहरिया भाई बुद्धा सहरिया के यहां कुंदा गांव चली गई थी. पांचों बच्चों के साथ वह दो दिन पूर्व किले के सामने बने नए सरकारी भवन में रहने लगा. शुक्रवार को वह पत्नी को लाने के लिए रिपोर्ट लिखाने पुलिस थाने भी पहुंचा था, लेकिन रात को बच्चों को छोड़कर एक खेत में जा पहुंचा और पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.

रात भर पिता के घर नहीं आने से बच्चे परेशान हो उठे. बच्चे बदहाल अवस्था में एक सरकारी भवन में मिले. जहां चार मासूम लड़कियां और एक बालक मौजूद था. यह सभी रातभर से गायब पिता के बारे में पूछ रहे थे. मोहल्ले के लोगों ने उन बच्चों को खाने-पीने और सर्दी में ओढ़ने-बिछाने के लिए बिस्तर दिए.

पढ़ेंः नो सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए नन्हें हाथ बना रहे रोबोट

उधर, घटना की सूचना मिलते ही कस्बे से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने शव को केलवाड़ा चिकित्सालय पहुंचाया और सुंडा गांव से आए मृतक के भाई अशोक सहरिया की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.

बारां. केलवाड़ा में पांच मासूम बच्चों के साथ एक खाली पड़े सरकारी मकान में दो दिनों से रह रहे 35 वर्षीय युवक ने अपनी पत्नी के भाई के घर चले जाने से आहत होकर पारिवारिक कलह और तनाव के कारण खेत में पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं पांच मासूम बच्चे रातभर पिता के आने का इंतजार करते रहे.

किसान ने खेत में जाकर लगा ली फांसी

जानकारी के अनुसार सुंडा निवासी प्रताप सहरिया पांच-छह दिन पूर्व पत्नी और पांच बच्चों के साथ केलवाड़ा आया था. उसकी पत्नी मीरा सहरिया भाई बुद्धा सहरिया के यहां कुंदा गांव चली गई थी. पांचों बच्चों के साथ वह दो दिन पूर्व किले के सामने बने नए सरकारी भवन में रहने लगा. शुक्रवार को वह पत्नी को लाने के लिए रिपोर्ट लिखाने पुलिस थाने भी पहुंचा था, लेकिन रात को बच्चों को छोड़कर एक खेत में जा पहुंचा और पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.

रात भर पिता के घर नहीं आने से बच्चे परेशान हो उठे. बच्चे बदहाल अवस्था में एक सरकारी भवन में मिले. जहां चार मासूम लड़कियां और एक बालक मौजूद था. यह सभी रातभर से गायब पिता के बारे में पूछ रहे थे. मोहल्ले के लोगों ने उन बच्चों को खाने-पीने और सर्दी में ओढ़ने-बिछाने के लिए बिस्तर दिए.

पढ़ेंः नो सिंगल यूज प्लास्टिक : कचरे से निपटने के लिए नन्हें हाथ बना रहे रोबोट

उधर, घटना की सूचना मिलते ही कस्बे से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने शव को केलवाड़ा चिकित्सालय पहुंचाया और सुंडा गांव से आए मृतक के भाई अशोक सहरिया की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.

Intro:बारां जिले के केलवाडा में घरेलू कलह के चलते एक युवक द्वारा खेत पर जाकर फांसी का फंदा लगाकर खुदकुशी करने का मामला सामने आया है ।युवक की पत्नी अपने भाई के घर गयी हुई थी । वही युवक के पांचों मासूम रात भर पिता के घर लौटने का इंतजार करते रहे ।Body:

बारां : केलवाड़ा में पांच मासूम बच्चों के साथ एक खाली पड़े सरकारी मकान में दो दिनों से रह रहे 35 वर्षीय युवक ने पत्नी के चले जाने से आहत होकर पारिवारिक कलह व तनाव के कारण खेत में पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। वही पांचों मासूम बच्चे रातभर पिता के आने का इंतजार करते रहे।

जानकारी के अनुसार सुंडा निवासी प्रताप सहरिया पांच-छह दिन पूर्व पत्नी व पांच बच्चों के साथ केलवाड़ा आया था। उसकी पत्नी मीरा सहरिया भाई बुद्धा सहरिया के यहां कुंदा गांव चली गई। पांचों बच्चों के साथ वह दो दिन पूर्व किले के सामने बने नए सरकारी भवन में रहने लगा। शुक्रवार को वह पत्नी को लाने के लिए रिपोर्ट लिखाने पुलिस थाने भी पहुंचा था, लेकिन रात को बच्चों को छोड़कर रामकुमार राठौर के खेत में जा पहुंचा और पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली ।

रात भर पिता के घर नहीं आने से बच्चे परेशान हो उठे। बच्चें बदहाल अवस्था में एक सरकारी भवन में मिले। जहां चार मासूम लड़कियां व एक बालक मौजूद थे। ये सभी रातभर से गायब पिता की पूछ रहे थे। मोहल्ले के लोगों ने उन बच्चों को खाने-पीने व सर्दी में ओढ़ने-बिछाने के लिए बिस्तर दिए।

उधर, घटना की सूचना मिलते ही कस्बे से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को केलवाड़ा चिकित्सालय पहुंचाया और सुंडा गांव से आए मृतक के भाई अशोक सहरिया की रिपोर्ट पर प्रकरण दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंपा।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.