बारां. केलवाड़ा में पांच मासूम बच्चों के साथ एक खाली पड़े सरकारी मकान में दो दिनों से रह रहे 35 वर्षीय युवक ने अपनी पत्नी के भाई के घर चले जाने से आहत होकर पारिवारिक कलह और तनाव के कारण खेत में पेड़ से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली. वहीं पांच मासूम बच्चे रातभर पिता के आने का इंतजार करते रहे.
जानकारी के अनुसार सुंडा निवासी प्रताप सहरिया पांच-छह दिन पूर्व पत्नी और पांच बच्चों के साथ केलवाड़ा आया था. उसकी पत्नी मीरा सहरिया भाई बुद्धा सहरिया के यहां कुंदा गांव चली गई थी. पांचों बच्चों के साथ वह दो दिन पूर्व किले के सामने बने नए सरकारी भवन में रहने लगा. शुक्रवार को वह पत्नी को लाने के लिए रिपोर्ट लिखाने पुलिस थाने भी पहुंचा था, लेकिन रात को बच्चों को छोड़कर एक खेत में जा पहुंचा और पेड़ पर फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली.
रात भर पिता के घर नहीं आने से बच्चे परेशान हो उठे. बच्चे बदहाल अवस्था में एक सरकारी भवन में मिले. जहां चार मासूम लड़कियां और एक बालक मौजूद था. यह सभी रातभर से गायब पिता के बारे में पूछ रहे थे. मोहल्ले के लोगों ने उन बच्चों को खाने-पीने और सर्दी में ओढ़ने-बिछाने के लिए बिस्तर दिए.
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उधर, घटना की सूचना मिलते ही कस्बे से बड़ी संख्या में लोग घटनास्थल पर पहुंचे. पुलिस ने शव को केलवाड़ा चिकित्सालय पहुंचाया और सुंडा गांव से आए मृतक के भाई अशोक सहरिया की रिपोर्ट पर मामला दर्ज करते हुए पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिजनों को सौंप दिया.