छबड़ा (बारां). कोविड-19 वर्चुअल मासिक निरीक्षण के चलते गुरुवार को छबड़ा एडीजे ने उप कारागृह का निरीक्षण कर जेल प्रशासन को उचित दिशा-निर्देश दी. राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बारां के निर्देशों की पालना करते हुए अध्यक्ष तालुका विधिक सेवा समिति छबड़ा श्वेता गुप्ता (अपर जिला एवं सेशन न्यायाधीश) ने उप कारागृह का वर्चुअल मासिक निरीक्षण किया.
एडीजे श्वेता गुप्ता की ओर से बंदियों को बताया गया कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए आपको सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना है. सभी बंदी उचित दूरी बनाए रखे और सैनिटाइजर का इस्तेमाल करना हैं या फिर साबुन और पानी से अपने हाथ साफ करते रहना है. साथ ही बताया कि छींकते और खांसते समय अपनी नाक और मुंह को रूमाल या टिशू से ढंकें ताकि संक्रमण एक से दूसरे में ना हो. अगर किसी को खांसी और बुखार महसूस हो रहा है तो किसी के साथ निकट संपर्क में न आएं ओर तुरंत जेलर को बताए ताकि आवश्यक उपचार किया जा सके.
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एडीजे गुप्ता ने भोजन करते समय एवं सोते समय बंदियो को पर्याप्त दूरी बनाए रखने के लिए निर्देश दिए ताकि संक्रमण से बचा जा सके. प्रत्येक बंदी से भोजन एवं पानी के बारे में पूछा गया तो बताया कि पर्याप्त भोजन-पानी मिल रहा है. जेलर ने बताया कि बंदी दिन में फ्री टाइम में टीवी देखते हैं एवं कैरम लूडो खेलते हैं. जेल में कैदियों के पास पैरवी करने के लिए अधिवक्ता उपलब्ध नहीं होने पर उन्हें विधिक सहायता के बारे में जानकारी दी गई.
साथ ही जेलर को निर्देश दिए कि अगर किसी बंदी का कोई अधिवक्ता नहीं हो तो उसका फॉर्म भरवाकर तालुका विधिक सेवा समिति छबड़ा में भेजे ताकि उसको विधिक सहायता के तहत निःशुल्क अधिवक्ता उपलब्ध करवाया जा सके. एडीजे ने जेल में महिला बंदियों के बारे में पूछा तो बताया गया कि सब जेल छबड़ा पर कोई महिला बंदी नहीं है और ना ही कोई अव्यस्क बंदी है. सब-जेल छबड़ा में निरीक्षण के समय कुल 102 बंदी होना बताया गया.