बारां. परवन वृहद सिंचाई परियोजना (Parvan Major Irrigation Project) को लेकर अकावद गांव मे बन रहे उच्च स्तरीय डैम को लेकर छबड़ा-छीपाबड़ौद विधायक प्रतापसिंह सिंघवीं ने राज्य सरकार को चेतावनी को चेतावनी दी है.
चेतावनी देते हुए कहा कि आप चाहे मिलिट्री क्यों न बुला ले जब तक स्थानीय लोगों की संपूर्ण समस्याओं का निस्तारण नहीं हो जाता तब तक हम अकावद डैम का काम शुरू नहीं होने देंगे. उन्होंने राज्य सरकार और प्रशासन को जल्द से जल्द लोगों की समस्याओं के समाधान की मांग की है.
छबड़ा-छीपाबड़ौद विधानसभा क्षेत्र से भाजपा से छठी बार विधायक बने प्रताप सिंह सिंघवीं ने प्रशासनिक अधिकारियों पर लोगों के मुआवजे को लेकर भेदभाव का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि स्थानीय अधिकारियों ने डूब क्षेत्र मे आने वाले किसानों के साथ काफी अन्याय किया है. अधिकारी अपनी मनमर्जी से सर्वे कर रहे हैं. एक जैसी प्रकृति की संपत्ति का आंकलन अलग-अलग ढंग से कर रहे हैं. क्षेत्र में अधिकारी आगे और पीछे के मकानों को मुआवजा सूची में शामिल कर रहे हैं. लेकिन बीच के मकानों को छोड़ा जा रहा है. जो की सरासर अन्याय है.
साथ ही उन्होंने कहा कि जबतक किसानों और ग्रामीणों की संपूर्ण समस्याओं का निस्तारण नहीं हो जाता है तबतक हम डैम का कार्य शुरू नहीं होने देंगे. राज्य सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि चाहे आप पुलिस बुलाओं का मिलिट्री मगर डैम का कार्य नहीं शुरू होने देंगे. कहा कि हम नहीं चाहते की क्षेत्र की कानून व्यवस्था बिगड़े और किसानों व अधिकारियों पर मुकदमें दर्ज हो. इसलिए मेरी सरकार और अधिकारियों से अपील है कि लोगों की समस्याओं का जल्द से जल्द निस्तारण किया जाए.