बारां. समाज मे समानता और समरसता के उद्देश्य से अटरू तहसील के ग्राम छजावा में प्रशासन और ग्रामवासियों के सहयोग से पहली बार हरिजन समाज की घोड़ी पर धूमधाम से बिंदोरी (Bindori of dalit in baran) निकाली गई. इस दौरान अटरू एसडीएम दिनेश कुमार बलोत और पुलिस उपाधीक्षक सोजीलाल मीणा पूरे समय मौके पर उपस्थित रहे. हर्षोल्लास के बीच सौहार्द पूर्ण ढंग से दलित समाज की ओर बिंदौरी निकाली गई.
उपखंड अधिकारी दिनेश बलोत ने बताया कि ग्राम वासियों के सहयोग से 'ऑपरेशन समानता' के तहत रविवार को ग्राम छजावा तहसील अटरू में शांतिपूर्ण तरीके से हरिजन समाज की घोड़ी पर बिंदोरी निकाली गई. प्रशासन की समझाइश के बाद ग्रामवासियों ने माला पहनाकर हरिजन समाज का स्वागत किया और सामाजिक सदभाव, समानता एवम समरसता की अदभुत मिसाल पेश की. उन्होंने बताया कि भीम आर्मी के बारां जिलाध्यक्ष की ओर से 19 मार्च 2022 को सौंपकर अवगत कराया गया कि ग्राम छजावा में हरिजन समाज के श्याम गोडाला की ओर से अपने पुत्र के मुंडन संस्कार की 22 मई को घोड़ी पर बिंदौरी निकाली जानी है लेकिन घोड़ी वाले ने गांव के लोगों के दवाब में आकर घोड़ी देने से ही मना कर दिया है.
पढ़ें. पुलिस थाने से निकली महिला कांस्टेबल की बिंदौरी, गूजें मंगल गीत
अतः दलित परिवार को उसका हक और अधिकार दिलाया जाए. इस मामले को गंभीरता से लेते हुए एसडीएम दिनेश कुमार बलोत और पुलिस उपाधीक्षक सोजीलाल मीणा ने तुरन्त ग्राम छजावा पहुंच कर घोड़ी वाले और ग्राम वासियों से समझाइश कर आपसी सहयोग एवं सदभाव के साथ 22 मई को घोड़ी पर निकासी निकालने का निर्णय लिया. इसी के तहत आज धूमधाम के साथ शांतिपूर्ण ढंग से दलित परिवार की ओर से बिंदौरी निकाली गई. इसके लिए भीम आर्मी भारत एकता मिशन, बारां की ओर से पुलिस और प्रशासन को सहयोग और समन्वय के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया गया.