ETV Bharat / state

शाहबाद कूनो नदी पर एनीकट ने बदल दी किसानों की तकदीर

बारां जिले के शाहबाद पुलिस थाना क्षेत्र के मुगावली मझारी कूनो नदी पर एनीकट बनने के बाद किसानों की जिंदगी खुशहाल होती जा रही है. इससे न केवल किसानों को खेती-किसानी में फायदा मिलने लगा है. बल्कि पहले नौकरी के लिए बाहर पलायन करने वाले लोग अब यहीं पर रहकर अपनी खेती-बाड़ी संभाल रहे हैं. जिससे अब यहां के खेतों में फसलें लहलहाती नजर आ रही है.

author img

By

Published : Nov 23, 2019, 12:01 AM IST

Anicut changed the fate of farmers on the Kuno River, Kuno River farmers, Kuno River Anicut, Shahabad Baran Kuno River, कूनो नदी पर एनीकट ने बदल दी किसानों की तकदीर

शाहबाद (बारां). जिले के शाहबाद पुलिस थाना क्षेत्र के कूनो नदी के किनारे बसे गांव कस्बानोनेरा, मझारी, मुगावली के किसानों की एनीकट बनाने की पुरानी मांग पूरी होने से अब लोगों में खुशी का माहौल है. लोगों का कहना है कि कूनो नदी में सर्दी के मौसम में भी पानी का ठहराव नहीं होता था, लेकिन अब एनीकट का निर्माण होने से पानी का ठहराव होने लगा है.

एनीकट ने बदल दी किसानों की तकदीर

इससे वाटर लेवल में भी इजाफा हुआ है. किसानों की फसलों का रकबा भी बढ़ा है. पहले लोग पानी के लिए तरसते थे, लेकिन अब भरपूर मात्रा में पानी मिलने लगा है. किसान पहले बारिश के सीजन में ही खेती कर पाते थे, ऐसे में किसानों की स्थिति भी दयनीय बनी रहती थी.

यह भी पढ़ें : स्पेशल: किसानों को दिन में बिजली देने की कवायद, 12 सौ करोड़ की डीपीआर बनाकर भेजा गया केन्द्र सरकार को

गांव के लोगों को मजदूरी करने के लिए बाहर जाना पड़ता था. क्योंकि, यहां नाम मात्र की खेती होती थी. खेतों में फसलों की पैदावार भी ठीक नहीं हो पाती थी. अब एनीकट का निर्माण होने से किसानों को दोनों फसलें आसानी से मिलने लगी हैं तथा किसान अब मेहनत-मजदूरी करने के लिए बाहर नहीं जाते हैं.

यह भी पढ़ें : बारां : अनुदानित गेंहू के बीज के लिए किसानों को करनी पड़ रही मशक्कत

एनीकट बनने के बाद अब किसान अपनी खेती-बाड़ी का काम कर खुशहाल किसान की गिनती में आ रहे हैं. पहले खेत खाली पड़े रहते थे. उन्हीं खेतों में अब किसानों की सरसों, गेहूं, चना की फसलें लहलहा रही हैं. किसानों का कहना है कि सरकार को नदी-नालों पर ऐसे एनीकट और तालाबों का निर्माण कराना चाहिए, इससे किसानों की दिशा और दशा बदल सकती है. साथ ही पानी की समस्या से भी निजात मिलेगी तथा जमीन का जलस्तर भी ऊपर आएगा.

सेफ्टी वाल या फेंसिंग की मांग

मुंगावली मझारी गांव के पास कूनो नदी पर एनीकट बनाने की मांग अब पूरी हो गई है इससे किसान खुश हैं. लेकिन क्षेत्र के लोगों का कहना है कि एनीकट का निर्माण नदी पर हुआ है और नदी गांव से सटी हुई है. ऐसे में गांव के लोगों को नदी से खतरा बना रहता है. अभी 1 महीने पूर्व भी इस नदी के एनीकट में डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी. ऐसे में गांव के लोगों की मांग है कि नदी के किनारे बने एनीकट पर सेफ्टी वाल या तार फेंसिंग कराई जाए. जिससे भविष्य में ऐसे हादसे ना हो.

सरकारों का जताया आभार

कूनो नदी पर एनीकट का निर्माण होने से नदी में पानी की आवक बढ़ गई है. ऐसे में किसान खुश है. साथ ही पहले किसान हजार बीघे की खेती करता था. लेकिन अब किसान हजारों सैकड़ों बीघे की खेती कर रहे हैं. इससे किसान की आमदनी बढ़ी है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती जा रही है. ग्रामीणों का कहना रहा कि वे सरकार से लंबे समय से कूनो नदी पर एनीकट बनाने की मांग करते आ रहे थे. लेकिन सरकार ने उनकी मांग को पूरा कर दिया है. इसके लिए उन्होंने केंद्र और राजस्थान सरकार के प्रति आभार जताया है.

शाहबाद (बारां). जिले के शाहबाद पुलिस थाना क्षेत्र के कूनो नदी के किनारे बसे गांव कस्बानोनेरा, मझारी, मुगावली के किसानों की एनीकट बनाने की पुरानी मांग पूरी होने से अब लोगों में खुशी का माहौल है. लोगों का कहना है कि कूनो नदी में सर्दी के मौसम में भी पानी का ठहराव नहीं होता था, लेकिन अब एनीकट का निर्माण होने से पानी का ठहराव होने लगा है.

एनीकट ने बदल दी किसानों की तकदीर

इससे वाटर लेवल में भी इजाफा हुआ है. किसानों की फसलों का रकबा भी बढ़ा है. पहले लोग पानी के लिए तरसते थे, लेकिन अब भरपूर मात्रा में पानी मिलने लगा है. किसान पहले बारिश के सीजन में ही खेती कर पाते थे, ऐसे में किसानों की स्थिति भी दयनीय बनी रहती थी.

यह भी पढ़ें : स्पेशल: किसानों को दिन में बिजली देने की कवायद, 12 सौ करोड़ की डीपीआर बनाकर भेजा गया केन्द्र सरकार को

गांव के लोगों को मजदूरी करने के लिए बाहर जाना पड़ता था. क्योंकि, यहां नाम मात्र की खेती होती थी. खेतों में फसलों की पैदावार भी ठीक नहीं हो पाती थी. अब एनीकट का निर्माण होने से किसानों को दोनों फसलें आसानी से मिलने लगी हैं तथा किसान अब मेहनत-मजदूरी करने के लिए बाहर नहीं जाते हैं.

यह भी पढ़ें : बारां : अनुदानित गेंहू के बीज के लिए किसानों को करनी पड़ रही मशक्कत

एनीकट बनने के बाद अब किसान अपनी खेती-बाड़ी का काम कर खुशहाल किसान की गिनती में आ रहे हैं. पहले खेत खाली पड़े रहते थे. उन्हीं खेतों में अब किसानों की सरसों, गेहूं, चना की फसलें लहलहा रही हैं. किसानों का कहना है कि सरकार को नदी-नालों पर ऐसे एनीकट और तालाबों का निर्माण कराना चाहिए, इससे किसानों की दिशा और दशा बदल सकती है. साथ ही पानी की समस्या से भी निजात मिलेगी तथा जमीन का जलस्तर भी ऊपर आएगा.

सेफ्टी वाल या फेंसिंग की मांग

मुंगावली मझारी गांव के पास कूनो नदी पर एनीकट बनाने की मांग अब पूरी हो गई है इससे किसान खुश हैं. लेकिन क्षेत्र के लोगों का कहना है कि एनीकट का निर्माण नदी पर हुआ है और नदी गांव से सटी हुई है. ऐसे में गांव के लोगों को नदी से खतरा बना रहता है. अभी 1 महीने पूर्व भी इस नदी के एनीकट में डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी. ऐसे में गांव के लोगों की मांग है कि नदी के किनारे बने एनीकट पर सेफ्टी वाल या तार फेंसिंग कराई जाए. जिससे भविष्य में ऐसे हादसे ना हो.

सरकारों का जताया आभार

कूनो नदी पर एनीकट का निर्माण होने से नदी में पानी की आवक बढ़ गई है. ऐसे में किसान खुश है. साथ ही पहले किसान हजार बीघे की खेती करता था. लेकिन अब किसान हजारों सैकड़ों बीघे की खेती कर रहे हैं. इससे किसान की आमदनी बढ़ी है. इससे उनकी आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती जा रही है. ग्रामीणों का कहना रहा कि वे सरकार से लंबे समय से कूनो नदी पर एनीकट बनाने की मांग करते आ रहे थे. लेकिन सरकार ने उनकी मांग को पूरा कर दिया है. इसके लिए उन्होंने केंद्र और राजस्थान सरकार के प्रति आभार जताया है.

Intro:शाहबाद(बारां)
बारां जिले के शाहबाद पुलिस थाना क्षेत्र के मुगावली मझारी कूनो नदी पर एनीकट का निर्माण क्षेत्र के किसान बनाने की मांग करते आ रहे थे अब एनीकट का निर्माण होने से एक दर्जन गांव के लोगों को पानी और खेतीकिसानी का फायदा मिला है साथ ही वाटर लेवल में वृद्धि हुई है इससे किसान खुशहाल नजर आ रहा हैBody:बारां जिले के शाहबाद पुलिस थाना क्षेत्र के कूनो नदी के किनारे बसे गांव कस्बानोनेरा,मझारी,मुगावली के किसान लंबे समय से नदी पर एनीकट बनाने की मांग करते आ रहे थे, लोगों की एनीकट की मांग पूरी होने से लोगों में खुशी बनी हुई है। लोगों का कहना है कि कूनो नदी में सर्दी के मौसम में भी पानी का ठहराव नहीं होता था, लेकिन अब एनीकट का निर्माण होने से पानी का ठहराव होने लगा है। इससे वाटर लेवल में भी बढ़ोतरी हुई है। किसानों की फसलों का रकबा भी बड़ा है।पहले लोग पानी के लिए तरसते थे, लेकिन अब पानी भरपूर मात्रा में मिलने लगा है। किसान पहले बारिश की खेती ही करते थे, ऐसे में किसानों की जमीनें कोरवान पड़ी रहती थी। किसानों की स्थिति भी दयनीय बनी रहती थी। गांव के लोगों को मजदूरी करने के लिए बाहर जाना पड़ता था। नाम मात्र की खेती होती थी।खेतों में पैदावार भी ठीक तरीके से नहीं निकलती थी। अब एनीकट का निर्माण होने से किसानों को दोनों फसलें आसानी से मिलने लगी हैं। तथा किसान मेहनत मजदूरी करने के लिए बाहर नहीं जाता है। किसान अपनी खेती बाड़ी का काम कर खुशहाल किसान की गिनती में आ रहा है। नदी में एनीकट बनने से अब किसान खुशहाल नजर आने लगा है। खेती किसानी के काम में किसान जुट गया है। पहले खाली खेत पड़े रहते थे, उन्हीं खेतों में अब किसानों की सरसों, गेहूं ,चना की फसल लहरा रही हैं। किसानों का कहना है कि सरकार को नदी नालों पर ऐसे एनीकट और तालाबों का निर्माण कराना चाहिए, इससे किसानों की दिशा और दशा बदलेगी साथ ही पानी की समस्या से भी निजात मिलेगी, तथा जमीन का जलस्तर भी ऊपर आएगा। पहले गांव के लोग मेहनत मजदूरी करने के लिए बाहर चले जाते थे, ऐसे में गांव सूना दिखाई देता था, अब किसान बाहर मेहनत मजदूरी के लिए नहीं जाते हैं, और अपने खेती-बाड़ी के काम में लगे रहते हैं, इससे गांव गांव आवाद और खुशहाल नजर आने लगा है।Conclusion:मुंगावली मझारी गांव के पास कूनो नदी पर एनीकट बनाने की मांग क्षेत्र के लोग लंबे समय से करते आ रहे थे लेकिन अब एनीकट की मांग पूरी हो गई है नदी पर एनीकट बन चुका है इससे किसान खुश हैं लेकिन क्षेत्र के लोगों का कहना है कि एनीकट का निर्माण नदी पर हुआ है और नदी गांव से सटी हुई है ऐसे में गांव के लोगों को नदी से खतरा बना रहता है अभी 1 महीने पूर्व भी इस नदी के एनीकट में डूबने से एक युवक की मौत हो गई थी ऐसे में गांव के लोगों की मांग है कि नदी के किनारे बने एनीकट पर सेफ्टी वाल या तार फेंसिंग कराई जाए जिससे एनीकट पर बच्चे नहीं जा सके हरदम छोटे-छोटे बच्चों का एनीकट में डूबने का खतरा परिजनों को सताता रहता है एनीकट और नदी बिल्कुल गांव से 20 फीट की दूरी पर है ऐसे में गांव के लोग नदी के किनारे बच्चों की चौकसी करते दिखाई देते हैं लोगों ने संबंधित अधिकारियों से एनीकट और नदी के पास तार फेंसिंग की मांग की है ताकि बच्चों को डूबने का खतरा ना रहे।
सर्दी के मौसम में कूनो नदी में नाम मात्र का पानी रहता था लेकिन अब एनीकट का निर्माण होने से नदी में पानी की आवक बढ़ गई है ऐसे में किसान खुश है साथी पहले किसान हजार बीघे की खेती करता था लेकिन अब हजारों सैकड़ों बीघे की खेती किसान कर रहा है इससे किसान की आमदनी बढ़ रही है साथ ही आर्थिक स्थिति भी मजबूत होती जा रही है इससे किसान खुश दिखाई दे रहा है किसानों की मांग है कि ऐसे एनीकट सरकार नदी नालों पर बनवाए जिससे पानी की समस्या खत्म हो जाए और भूमि का जल स्तर बढ़ जाए साथी तालाबों का भी निर्माण कराएं हम सरकार से लंबे समय से कूनो नदी पर एनीकट बनाने की मांग करते आ रहे थे लेकिन सरकार ने हमारी मांग को पूरा कर दिया है इसके लिए हम केंद्र और राजस्थान सरकार के बहुत बहुत आभारी हैं।

बाइट1 बुद्धि प्रकाश किसान
बाइट2 भुवनेश तिवारी किसान
बाइट 3रामकुमार किसान
बाइट4 महेंद्र प्रताप सिंह तोमर ग्रामीण
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.