बारां. जिले में आयोजित होने वाला निःशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन एक विश्व रिकॉर्ड बनाने जा रहा है. इस विवाह सम्मेलन में 2200 से ज्यादा जोड़े विवाह के बंधन में बंधेंगे, जिसमें सभी कौम के लिए जोड़े शामिल हैं. इसके लिए तैयारी 1 महीने पहले से शुरू हो गई थी. यह पूरा आयोजन बारां के अंता से विधायक और प्रदेश के खनन एवं पालन मंत्री प्रमोद जैन भाया की ओर से श्री महावीर गोशाला कल्याण संस्थान के जरिए किया जा रहा है.
2000 बीघा में बना पांडाल : प्रदेश के खनन एवं गोपालन मंत्री प्रमोद जैन भाया ने बताया कि करीब 2000 बीघा में पांडाल तैयार किए जा रहे हैं, जिसमें 4400 से ज्यादा टेंट लगाए जा रहे हैं. इसके अलावा करीब दो दर्जन भोजनशाला बनाई गई हैं. इसके अलावा 70 डोम बनाए जा रहे हैं. दूल्हा-दुल्हन को दिए जाने वाले दहेज सामग्री की भी व्यवस्थाएं की गई हैं. इसके अलावा वरमाला से लेकर फेरे और निकासी के लिए भी पंडाल अलग-अलग बनाए जा रहे हैं.
पढ़ें. चित्तौड़गढ़ में गोस्वामी समाज ने करवाया 107 जोड़ों का सामूहिक विवाह
हजारों लोग कर रहे मेहनत : उन्होंने बताया कि पांडाल में बिजली, पानी और सीसीटीवी कैमरे स्थापित किए जा रहे हैं. साथ ही सुरक्षा के लिए सुरक्षा कर्मी तैनात हैं. इस पूरे आयोजन में करीब 1000 से ज्यादा लोग व्यवस्था करने में जुटे हुए हैं, जिसमें मजदूर से लेकर व्यवस्थापक और उनके कार्यकर्ता भी शामिल हैं. दूल्हा-दुल्हन को दिए जाने वाले सामानों और उनके वितरण की भी व्यवस्था की जा रही है, उन्हें भी एक बैग में तैयार किया जा रहा है.
लंबे समय से करा रहे हैं सम्मेलन : सामूहिक विवाह सम्मेलन के लिए जोड़ों का रजिस्ट्रेशन 4 से 5 महीने पहले ही शुरू हो गया था. इसमें पहले ही तय कर लिया गया था कि 2100 जोड़ों का रजिस्ट्रेशन कर उनके विवाह करवाने हैं. इसी के अनुसार तैयारी की जा रही थी. हालांकि जोड़ों की संख्या 2200 हो गई है. ऐसे में 2200 जोड़े 26 मई को एक दूसरे के हमसफर बनने जा रहे हैं. मंत्री प्रमोद जैन भाया इससे पहले 1100 और 711 जोड़ों का विवाह सम्मेलन आयोजित कर चुके हैं. उन्होंने कम जोड़ों से शुरुआत की थी और लगातार यह संख्या बढ़ती रही है.
कपड़े-जूते से लेकर सब कुछ दिलवाया : दूल्हे को सफारी सूट, दुल्हन को शादी का जोड़ा देने के साथ ही इसकी सिलाई से लेकर सभी व्यवस्थाएं निशुल्क की गई हैं. दूल्हे और दुल्हन के लिए जूते से लेकर मेकअप का सामान सभी एक बैग में पैक किया जा रहा है. शादी के लिए जरूरी मंडप की व्यवस्था भी की जा रही है. दूल्हा और दुल्हन के रजिस्ट्रेशन के समय ही उनके कपड़ों का नाप ले लिया गया था. ऐसे में उन्हीं की साइज के कपड़े और जूते उन्हें उपलब्ध कराए गए हैं.
पढ़ें. Mass wedding in Bikaner : एक दूजे के हुए 32 जोड़े, प्रतिभाओं को किया सम्मानित
मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के भी जोड़े : निशुल्क सामूहिक विवाह सम्मेलन के मीडिया प्रभारी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि बारां जिले के अलावा हाड़ौती के झालावाड़, बूंदी और कोटा से भी रजिस्ट्रेशन हुए हैं. इसके अलावा अन्य राज्यों से भी रजिस्ट्रेशन लोगों ने करवाए हैं, जिनमें मध्यप्रदेश और उत्तर प्रदेश के भी जोड़े शामिल हैं. इन जोड़ों में हिंदू-मुस्लिम दोनों समाज के लोग हैं. ऐसे में पंडित हिंदू रीति-रिवाज से विवाह संपन्न करवाएंगे, वहीं मुस्लिम समाज के जोड़ों के लिए निकाह की व्यवस्था की गई है. रजिस्ट्रेशन के समय ही दूल्हा-दुल्हन के विवाह पंजीयन के लिए जरूरी कागजात ले लिए गए हैं. ऐसे में विवाह सम्मेलन के बाद में सभी जोड़ों को उनका सर्टिफिकेट बना कर भी भेजा जाएगा.
15000 कार्यकर्ताओं की टीम जुटी : बारां विधायक पानाचंद मेघवाल ने बताया कि संस्था ने सभी के ठहरने, आवागमन और भोजन के उचित प्रबंधन के लिए समितियों का गठन किया है. इसमें लगभग 15 हजार कार्यकर्ता हैं. हाड़ौती में पहली बार विशाल स्तर पर इस तरह का आयोजन किया जा रहा है. मीडिया प्रभारी मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि बड़ी संख्या में यहां पर ट्रैक्टर ट्रॉली और बसों से लेकर अन्य संसाधन भी पहुंचने वाले हैं. ऐसे में उनके लिए पार्किंग की भी पूरी व्यवस्था की गई है. इनमें लगभग 50 हजार दो पहिया, चार पहिया, बस, ट्रैक्टर-ट्रॉली शामिल हैं. इसके साथ ही पूरे 2 हजार बीघा एरिया में अस्थाई कंक्रीट की सड़कें भी बनाई गई है.
जैन तीर्थ में स्थापना के साथ रखा गया आयोजन : खनन मंत्री भाया ने बताया कि नेशनल हाईवे 27 पर बमुलिया के नजदीक जैन तीर्थ का निर्माण हुआ है, जहां पर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा का समारोह चल रहा है. बड़ी संख्या में जैन संत और साध्वी यहां पर पहुंचे हैं. 25 मई को भगवान की प्रतिमा स्थापित होगी और उनका द्वार मुहूर्त 26 मई को होगा. इसी भावना के मद्देनजर 26 मई को ही श्री महावीर गौशाला कल्याण में विवाह सम्मेलन का आयोजन रखा है. इसमें 2121 जोड़ों के विवाह का लक्ष्य था, लेकिन ये आंकड़ा 2200 से ऊपर जा चुका है. इसमें हिंदू समाज के 36 कौम के लोग हैं.
नहीं है कोई जाति का बंधन : विधायक मेघवाल का कहना है कि पूरे जिले में कार्यकर्ताओं को चिकित्सा, पार्किंग, भोजनशाला, दूल्हा-दुल्हन को लाना, टेंट, वरमाला, वीआईपी मैनेजमेंट, पार्किंग, लाइट और पानी का काम बांटा गया है. लाखों लोग इस कार्यक्रम के साक्षी बनने जा रहे हैं.
बारिश और पानी में भी नहीं होगी दिक्कत : मनोज जैन आदिनाथ ने बताया कि 2000 बीघा में जहां डोम लगे हैं, वहां 5 दर्जन काश्तकारों ने संस्था को आयोजन के लिए अपनी खेती की भूमि उपलब्ध कराई है. इनकी यह व्यवस्था इस तरह से की गई है, जिसमें बारिश होने पर भी कोई दिक्कत नहीं होगी. यहां पूरी तरह से वाटरप्रूफ और हीट प्रूफ टेंट लगाया गया है.