शाहबाद (बारां). जिले के शाहबाद तहसील के कस्बा थाना क्षेत्र की देवरी पीएससी पर प्रसूता और नवजात शिशु की मौत के मामले को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था. ईटीवी भारत की इस खबर का बड़ा असर हुआ है. दरअसल, उसके बाद चिकित्सा प्रशासन हरकत में आया और लापरवाह नर्स को 17 सीसी का नोटिस देकर उसे अस्पताल से हटाकर मडीसेजना गांव के उप स्वास्थ्य केंद्र पर लगाया गया है. वहीं, चिकित्सा विभाग मामले की जांच करने में जुटा हुआ है.
वहीं, शाहबाद तहसील के कस्बा थाना क्षेत्र के देवरी कस्बे की आदर्श पीएससी पर प्रीमेच्योर डिलीवरी के दौरान प्रसूता और उसके नवजात शिशु की मौत का मामला सामने आने के बाद लोगों और ग्रामीणों ने पीएससी पर रात 9:30 बजे तक हंगामा कर उपचार में लापरवाही का आरोप लगाया था. परिजनों ने नर्स को हटाने और मुख्यमंत्री सहायता कोष से उचित सहायता राशि उपलब्ध कराने की मांग को लेकर हंगामा किया था.
परिजनों ने करीब 4 घंटे शव को नहीं उठाया प्रसूता के परिजनों और चिकित्सा विभाग के प्रशासन के बीच बातचीत शुरू हुई. तहसीलदार द्वारा नर्स को हटाने का आश्वासन और नियमानुसार संभव मदद करने का आश्वासन देने के बाद इस मामले पर सहमति बनी और परिजन महिला के शव को उठाकर घर ले गए. इसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया.
इस मामले की विभागीय जांच करने जिला चिकित्साधिकारी डॉ.संपत नागर पीएससी पहुंचे. जिला चिकित्सा अधिकारी ने बताया कि मामले की विभागीय जांच हर पहलू पर की जा रही है. लोगों ने जिस नर्स पर लापरवाही का आरोप लगाया है, उस नर्स को 17 सीसी का नोटिस देकर देवरी पीएससी से हटाकर मंडी सेजन उप स्वास्थ्य केंद्र पर तैनात कर एएनएम अंजना सहरिया को फिलहाल अस्थाई रूप से व्यवस्था हेतु लगाया गया है.
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कस्बा थाना पीएससी पर वर्तमान में दो 104 एंबुलेंस हैं. कस्बा थाना पीएससी से एक एंबुलेंस को देवरी पीएससी पर लगाने के तत्काल आदेश दिया गया है और पूरे मामले की जांच गंभीरता से की जा रही है. आरसीएचओ डॉ.जगदीश कुशवाहा, बीसीएमएचओ डॉ.भीम सिंह बागड़ी, दिलीप शर्मा पीएससी प्रभारी और राहुल राणा सहित पीएससी के चिकित्साकर्मी इस दौरान मौजूद रहे.