बांसवाड़ा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत कोरोना के खतरे को देखते हुए लगातार लोगों से मास्क लगाने और सोशल डिस्टेंसिंग की पालना करने के साथ भीड़भाड़ में जाने से बचने का आग्रह कर रहे हैं. उनके इस आह्वान की धज्जियां खुद उनके मंत्री अर्जुन सिंह बामनिया की चुनावी बैठक में ही उड़ती दिखी. चुनावी ताकत के प्रदर्शन में बामनिया गहलोत के अभियान को ही भूल गए. पंचायत राज चुनाव के लिए बांसवाड़ा ब्लॉक की बैठक में करीब 2 से ढाई हजार लोग पहुंचे थे. अधिकांश लोग बिना मास्क लगाए पहुंचे थे और सोशल डिस्टेंसिंग तो कहीं दिखी ही नहीं.
हालांकि मंत्री बामनिया ने बैठक के बाद कहा कि हमने पूरी सावधानी बरती थी. लेकिन युवा कार्यकर्ता चुनाव को लेकर काफी उत्साहित हैं और बैठक में पहुंच गए. एक निजी फार्म हाउस में आयोजित बैठक के दौरान बतौर मुख्य अतिथि बामनिया ने कार्यकर्ताओं से पूरी एकजुटता के साथ पार्टी प्रत्याशी को चुनाव जिताने का आह्वान किया. उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने कोरोना में समाज के हर वर्ग का ख्याल रखा है.
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बामनिया ने कोरोना में मुख्यमंत्री के मैनेजमेंट की प्रशंसा की और केंद्र सरकार के कृषि कानून की आलोचना करते हुए कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में उसमें संशोधन किए हैं. ऐसे में हमें इस चुनाव के दौरान पार्टी का साथ देना होगा. पूर्व विधायक कांता गरासिया ने भाजपा के लोगों से सावधान रहने का आह्वान किया और कहा कि जनता तक हमें सरकार की योजनाओं को पहुंचाना होगा.
नगर परिषद सभापति जैनेंद्र त्रिवेदी ने अपने संबोधन के दौरान कहा कि चुनाव में दावेदारी अपनी जगह है लेकिन किसी एक ही व्यक्ति को टिकट दिया जा सकता है. ऐसे में टिकट फाइनल होने के बाद हमें पार्टी प्रत्याशी के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम करना होगा. तलवाड़ा की पूर्व प्रधान प्रज्ञा, कांग्रेस नेता केपी सिंह सहित पार्टी के कई जनप्रतिनिधि और कार्यकर्ता भी मौजूद थे.
बैठक में करीब 2000 से लेकर ढाई हजार के बीच कार्यकर्ता थे. इसे बामनिया का शक्ति प्रदर्शन ही माना जा रहा है, लेकिन इस फेर में कार्यकर्ता सोशल डिस्टेंसिंग को भूल बैठे. इस संबंध में मंत्री बामनिया का कहना था कि हमने कार्यकर्ताओं के अनुरूप ही कुर्सियां लगाई थी और उनके बीच डिस्टेंस भी रखा गया था परंतु बाद में कार्यकर्ता बढ़ गए.