बांसवाड़ा. देश व प्रदेश में कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है. साथ ही आने वाले दिनों में संक्रमण की रफ्तार और भी तेजी से बढ़ने की आशंका जताई जा रही है. इसी के तहत बांसवाड़ा में कोरोना संक्रमित लोगों की संख्या में कमी आती दिखाई दे रही है. जबकि सितंबर का महीना आदिवासी बहुल बांसवाड़ा जिले के लिए सितम ढाने वाला रहा.
जिले में अब तक कुल संक्रमित मरीजों में से 60 फीसदी से अधिक मरीज इस महीने सामने आए हैं. इसके बाद अचानक बांसवाड़ा में संक्रमितों की संख्या में ठहराव आ गया है. बता दें कि अक्टूबर में सितंबर के मुकाबले कोरोना मरीजों का ग्राफ घटते हुए एक चौथाई तक पहुंच गया है. वहीं अचानक आए इस उतार-चढ़ाव को लेकर चिकित्सा विभाग सवालों के घेरे में है. इसके पीछे चिकित्सा विभाग की ओर से तर्क अजीब लगाए जा रहे हैं.
अधिकारियों का दावा है कि कोरोना कम्युनिटी स्प्रेड पर पहुंच गया है. इस कारण प्रकोप कम होता जा रहा है जोकि लोगों के गले नहीं उतर रहा है. खासकर जब से कोरोना जांच रिपोर्ट राज्य स्तर से जारी होने लगी है. जानकारी अनुसार पिछले 1 सप्ताह की रिपोर्ट पर नजर डाला जाए तो 24 घंटे में 4 से लेकर 12 कोरोना पॉजिटिव सामने आ रहे हैं.
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साथ ही सितंबर में रिकॉर्ड कोरोना पॉजिटिव मरीज सामने आए थे. चिकित्सा विभाग के आंकड़े अनुसार 8 अक्टूबर तक तकरीबन 27 हजार400 कोरोना सैंपल की जांच की गई है. जिनमें 1 हजार 736 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. इस दौरान कोरोना से 40 लोगों की मौत हो चुकी है.
सितंबर में कोरोना संक्रमितों की संख्या में भारी बढ़ोतरी...
ईटीवी भारत की ओर से जुटाए गए आंकड़ों के अनुसार 1 मार्च से 31 मई तक जिले में कुल 86 लोग संक्रमित पाए गए हैं. लाथ ही जून में 99 और जुलाई में संक्रमितों की संख्या 221 तक पहुंच गई थी. वहीं अगस्त में जुलाई के मुकाबले आंकड़ा 625 इसका मतलब तीन गुना हो गया. इससे कुल मिलाकर इस महीने में कोरोना सितम बनकर आया है. बांसवाड़ा में इस महीने 1 हजार 41 लोग पॉजिटिव पाए गए और 28 लोगों की मौत हो चुकी है. साथ ही आंकड़ों का विश्लेषण किया जाए तो अब तक के संक्रमित मरीजों में से 64 फीसदी सितंबर में सामने आए हैं.