बांसवाड़ा. लॉकडाउन 4.0 में लोगों को कई प्रकार की रियायत दी गई है और इसके लिए सुबह 7 से शाम 7 बजे तक का समय भी निर्धारित किया गया है. इन रियायतों को देखते हुए लोग लॉकडाउन को लेकर असमंजस के शिकार हैं. इसके बाद भी घरों से बाहर निकल रहे हैं, जबकि निर्धारित समय बाद घर से बाहर निकलने पर पहले की तहर पाबंदी है. जब से लॉकडाउन का चौथा चरण लागू हुआ है, बड़ी संख्या में लोग रात को ग्रुप में बाहर निकल रहे हैं. इसे देखते हुए पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत ने पेट्रोलिंग की और थाना अधिकारियों को जाब्ते के साथ पैदल गश्त करने के निर्देश दिए.
पिछले 2 दिन से शहर में भी पुलिस जाब्ता सड़कों पर घूम रहा है. थाना प्रभारी भैया लाल आंजना पुलिस जवानों के साथ क्विक रिस्पांस टीम के जवानों को लेकर गस्त करते दिखाई दे रहे हैं. पुलिस की इस कष्ट को देखते हुए अब लोग डर के मारे रात को अनावश्यक तौर पर घर से बाहर निकलने से कतरा रहे हैं. क्योंकि इस दौरान सख्ती से पूछताछ की जा रही है. जरूरत पड़ने पर पुलिस डंडे तक का सहारा ले रही है. इसी का नतीजा रहा कि पिछले 2 दिन से सड़कों पर फिर से सन्नाटा पसर गया है.
यह भी पढ़ेंः बांसवाड़ाः गुजरात और महाराष्ट्र के प्रवासी ने बढ़ाई चिंता...कोरोना पॉजिटिव मरीजों का बढ़ रहा आंकड़ा
कोतवाली प्रभारी आंजना के अनुसार पिछले 2 दिन से प्रतिदिन रात 8 बजे बाद पैदल गश्त की जा रही है. लॉकडाउन को लेकर अब भी कई लोग भ्रम का शिकार हैं. ऐसे लोगों को हम समझा बुझा रहे हैं. लेकिन साथ ही सख्ती भी बढ़ती जा रही है. इसके पीछे हमारा मुख्य उद्देश्य है लोगों को अधिक से अधिक घरों में रहने के लिए प्रेरित करना है.