बांसवाड़ा. नगर परिषद चुनाव की मतगणना के बीच पुलिस प्रशासन की ओर से शाम को जिला जेल पर अचानक छापामार कार्रवाई की गई. दो कुख्यात बंदियों के कब्जे से मोबाइल और आपत्तिजनक वस्तुएं बरामद की गई. फिलहाल पुलिस ने बंदियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर लिया है वहीं जेल कर्मियों की भूमिका भी जांची जा रही है.
जिला प्रशासन को गुप्त सूचना मिली कि जिला जेल में कुछ कुख्यात बंदी मोबाइल और आपत्तिजनक वस्तुओं का इस्तेमाल कर रहे हैं. इनके जरिए यह लोग जेल के बाहर लोगों को परेशान कर रहे हैं. सूचना पुख्ता होने पर जिला कलेक्टर अंतर सिंह के निर्देशानुसार अतिरिक्त जिला कलेक्टर नरेश बुनकर के नेतृत्व में जिला पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत, पुलिस उपाधीक्षक प्रभाती लाल और कोतवाली थाना प्रभारी भैया लाल आंजना पुलिस जाब्ते के साथ अचानक जेल पहुंचे और जेलर मोहनलाल से गेट खुलवा कर कारागृह और बैरक की सघन तलाशी ली.
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इस दौरान हॉस्पिटल बैरक संख्या 7 के बंदी हार्डकोर अपराधी सिराज पुत्र रियाज अहमद के कब्जे में दो मोबाइल और चार्जर, कैंची मिली तो वहीं सुरक्षा वार्ड में अपराधी इम्तियाज़ पुत्र रियाज के कब्जे से एक मोबाइल और कई प्रकार की प्रतिबंधित वस्तुओं के अलावा बीड़ी सिगरेट और तंबाकू पाई गई. मोबाइल तथा अन्य आपत्तिजनक वस्तुओं को जब्त तक कर पुलिस ने दोनों के खिलाफ राजस्थान कारागृह अधिनियम के तहत प्रकरण दर्ज कर लिया है. इस मामले में जेल कर्मियों की भूमिका को संदिग्ध मानते हुए पुलिस ने मामले को जांच में लिया है.