बांसवाड़ा. नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने कोरोना काल में चिकित्सा कर्मचारियों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है. विभाग द्वारा सर्वे कराने में इनका सहयोग लिया गया, लेकिन 7 महीने बाद भी नर्सिंग कोर्स की ना तो परीक्षा कराई गई और ना ही अगली कक्षा के लिए उन्हें प्रमोट किया गया. राज्य सरकार द्वारा इस संबंध में अब तक कोई गाइडलाइन जारी नहीं करने के विरोध में सोमवार को नर्सिंग छात्र-छात्राओं ने प्रदर्शन कर अपना विरोध जताया. बाद में इस संबंध में मुख्यमंत्री के नाम जिला कलेक्टर को ज्ञापन देकर अपनी मांगों से अवगत कराया गया.
स्टूडेंट नर्सेज एसोसिएशन के बैनर तले छात्र-छात्राएं कलेक्ट्रेट पहुंची और यहां कोविड-19 की गाइडलाइन की पालना करते हुए प्रदर्शन किया. छात्र-छात्राओं का कहना था कि इंडियन नर्सिंग काउंसिल ने 10 जुलाई 2020 को नर्सिंग स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के लिए गाइडलाइन जारी कर दी. इसके बावजूद राजस्थान नर्सिंग काउंसिल ने अब तक इस संबंध में कोई गाइडलाइन जारी नहीं की है. छात्र-छात्राओं में इस बात का रोष था कि 7 महीने बाद भी सरकार द्वारा परीक्षा का आयोजन नहीं कराया गया और नहीं आईएनसी के दिशा निर्देशों की पालना की जा रही है.
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आरएनसी की इस लापरवाही का खामियाजा प्रदेश के सैकड़ों छात्र-छात्राओं को भुगतना पड़ रहा है. कई राज्यों ने छात्र-छात्राओं को अगली कक्षा के लिए प्रमोट कर दिया, लेकिन राजस्थान में कोई गाइडलाइन जारी नहीं की जा रही है. एसोसिएशन के अध्यक्ष राज कुमार और उपाध्यक्ष निर्मला के नेतृत्व में बाद में इस संबंध में जिला कलेक्टर से एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की और उन्हें मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन देकर अपनी भावनाओं से अवगत कराया. शीघ्र ही इस संबंध में कोई गाइडलाइन जारी नहीं करने बार एसोसिएशन ने धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी है.