बांसवाड़ा. जिले के कुशलगढ़ कस्बे में कोरोना वायरस का संक्रमण स्थिर होने के बाद एक बार फिर वायरस अपनी धमक दिखा रहा है. प्रशासन एक के बाद एक हर कदम उठा रहा है, लेकिन संक्रमण लगातार बढ़ता जा रहा हैं. ऐसे में इससे निपटने के लिए प्रशासन मिशन लिसा चलाने जा रहा है. जिसमें हाई रिस्क ग्रुप के प्रत्येक रोगी का सर्वे किया जाएगा.
मिशन के अंतर्गत 10 साल से कम और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों और गर्भवती महिलाओं का सर्वे कर संक्रमण पर शिकंजा कसने का प्रयास होगा. वहां चिकित्सा विभाग की अब पूरी नजर मिशन लिसा पर टिकी नजर आ रही है.
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राज्य सरकार के नए दिशा-निर्देशों के अनुसार रोगी में किसी भी प्रकार की दिक्कत होने या फिर कोरोना जैसे लक्षण पाए जाने पर सैंपलिंग की प्रक्रिया अपनाई जाएगी. इस मिशन को यथाशीघ्र जिले में अंजाम देने की प्रक्रिया शुरू की जा रही हैं.
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉक्टर एचएल ताबीयार ने बताया कि मिशन लिसा में 60 साल के अधिक उम्र वाले वृद्धजनों, गर्भवती महिलाओं और 10 साल से कम उम्र के बच्चों का विशेष सर्वे किया जाएगा और इनकी अलग से सूची तैयार की जाएगी. संबंधित क्षेत्र की टीम को उनके स्वास्थ्य संबंधित निगरानी करने की जिम्मेदारी दी जाएगी. इस दौरान किसी में भी ऐसे लक्षण मिलते हैं तो उनका सैंपल लिया जाएगा.
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सीएमएचओ के अनुसार विभाग का पूरा फोकस हाई रिस्क ग्रुप में आने वाले तमाम लोगों को ज्यादा से ज्यादा ध्यान में रखने की है, क्योंकि वायरस इस आयु वर्ग के लोगों पर अपना ज्यादा असर दिखा रहा हैं. 60 साल से अधिक उम्र के लोगों में बीपी, शुगर, दमा, हृदय रोग, कैंसर, किडनी या अन्य गंभीर बीमारियां अधिक सामने आती हैं. सीएमएचओ के अनुसार मिशन लिसा को शीघ्र ही अमल में लाया जाएगा. जिससे कुशलगढ़ में हर तीन-चार दिन में आ रहे पॉजिटिव रोगियों की संख्या पर अंकुश लगाया जा सकें.