बांसवाड़ा. कोरोना महामारी को देखते हुए जिले के बाहर से आने वाले लोगों की स्क्रीनिंग के लिए तीनों प्रमुख राजमार्गों पर जिला प्रशासन द्वारा चेक पोस्ट कायम की गई थी. इनमें जयपुर मार्ग स्थित प्रतापगढ़ बॉर्डर पर ईटीवी भारत पहुंचा. जहां संदिग्ध मरीजों के चेकअप के लिए कर्मचारियों के पास आवश्यक उपकरण और सामग्री तक नहीं थी. चेक पोस्ट की हकीकत बाहर आई तो चिकित्सा विभाग में खलबली मच गई और वहां पर आवश्यक सामग्री पहुंचा कर कर्मचारियों को राहत प्रदान की.
खबर चलाने के बाद ईटीवी भारत फिर से बॉर्डर पर पहुंचा तो कर्मचारी काफी खुश नजर आए. पहले केवल उनके पास स्क्रीनिंग के नाम पर एक थर्मामीटर था, जबकि खुद के बचाव के लिए कर्मचारियों के पास ना सैनिटाइजर थे और न ही ग्लव्स और मॉस्क. संदिग्ध मरीजों के चेकअप को लेकर खुद कर्मचारी संक्रमण से आशंकित थे. ईटीवी भारत द्वारा प्रमुखता से इस मामले को उठाए जाने के बाद चिकित्सा विभाग के अधिकारी हरकत में आए और इस महत्वपूर्ण चेक पोस्ट पर एक और थर्मामीटर आवश्यक सैनिटाइजर मॉस्क और ग्लव्स आदि पहुंचाए गए.
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हालांकि अब इस बॉर्डर को पूरी तरह से सील कर दिया गया है और लोगों के आने का क्रम बहुत कम हो गया है. आवश्यक उपकरण पहुंचने के साथ ही लोगों की संख्या घटने पर कर्मचारियों ने भी राहत की सांस ली. यहां पुलिस विभाग द्वारा 2 शिफ्ट में एक अधिकारी और तीन-तीन कांस्टेबल लगाए गए हैं. वहीं एक नर्सिंग कर्मी के अलावा शिक्षा और कृषि विभाग से भी एक-एक कर्मचारी ड्यूटी दे रहे हैं. नर्सिंग कर्मी गणेश निनामा ने बताया कि अब व्यवस्थाएं काफी दुरुस्त हो गई हैं और जो भी आवश्यक चिकित्सकीय उपकरण थे. चेक पोस्ट पर उपलब्ध कराने से उनकी सेवाओं में और भी सुधार आ गया है. इसके लिए उन्होंने ईटीवी भारत को धन्यवाद भी दिया.