कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). कुशलगढ़ तहसील कार्यालय के पीछे ही अवैध खनन होता रहा, लेकिन प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंगी. जब जागरूक नागरिक उपखंड कार्यालय में लिखित ज्ञापन लेकर कुशलगढ़ एसडीएम विजयेश पंड्या के पास पहुंचे तो मामले को सुनकर प्रशासन में हड़कंप मच गया.
ज्ञापन में बताया कि कुशलगढ़ कस्बे की माता मगरी पहाड़ी चारागर भूमि पर पिछले सालों में वन विभाग की तरफ से खाई फेंसिंग कर वृक्षारोपण किया गया था. जिसमें बड़े-बड़े पेड़ आज भी देखे जा सकते हैं. जिसे पर्यटक स्थल के रूप में भी विकसित किया गया था. इस पहाड़ी के उत्तर दिशा में तालाब की तरफ और दक्षिण में निरंतर जेसीबी मशीन लगाकर ट्रैक्टर डंपर के से गिट्टी खोदकर ले जाई जा रही है. जिससे गिट्टी के साथ पहाड़ी पर लगे वृक्ष भी गिरते जा रहे हैं जिसको भी अवैध खनन करने वाले लोग ले जाते हैं.
इस पहाड़ी से लगती हुई नगर की शास्त्री कॉलोनी वार्ड नंबर 1 हैंं. जिसमें निरन्तर अतिक्रमण कर कच्चे पक्के मकान बनाये जा रहे हैं. अभी तीन चार दिन से खाई फेन्सिंग के अन्दर अभियान के रुप में अतिक्रमण कर झोंपड़े मकान बनाये जा रहे हैं. जो उपखंड कार्यालय से महज 100 मीटर की दूरी पर हैं. ज्ञापन में बताया गया कि उक्त अतिक्रमण करने वाले लोग कुछ स्थानीय कुछ आसपास गांव के और कुछ दुसरे प्रान्त के आकर अवैध रुप से रह रहे हैं, जो आदतन अपराधी भी हैं. अतिक्रमण करने वालों में ऐसे भी हैं जिन्होंने अपने मकान लाखों रुपये में बेच कर यहां पर रह रहे हैं. कुछ लोग अपने मकान होते हुए भी और अतिक्रमण कर रहे हैं.
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यह लोग अवैध विधुत कनेक्शन नल और हेण्डपम्प के पानी का दुरुपयोग कर रहे हैं. जिससे स्थानीय निवासी परेशान हैं. ज्ञापन देने में समाजसेवी विजयपाल सिंह जादव,दीपक आर्य, मनोहरलाल भाटिया, कुन्दन सिंह राठौर सहित जागरूक नागरिक मौजूद रहे. शिकायत के बाद इस मामले को एसड़ीएम पांडे ने गंभीरता से लेते हुए तहसीलदार प्रवीण कुमार मीणा,नगरपालिका अधिशाषी अधिकारी ललित राठौर मय पुलिस जाप्ते मौके पर पहुंचे जहां अतिक्रमण को ध्वस्त करने की कार्रवाई की गई.