बांसवाड़ा. पिछले 2 दिन से बांसवाड़ा पर मानसून मेहरबान है, तीसरे दिन रविवार को भी मूसलाधार बारिश का क्रम बना रहा. इससे सड़कों पर सन्नाटा पसरा रहा. बारिश की रफ्तार का अंदाजा पिछले 24 घंटे के आंकड़ों से लगाया जा सकता है, जहां सुबह 8 बजे तक जिले के भूंगडा में सबसे अधिक 360 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई है.
बांसवाड़ा में 8 इंच से अधिक बारिश दर्ज की गई. वहीं मध्य प्रदेश से पानी की भारी आवक के चलते उदयपुर संभाग का सबसे बड़ा माही बांध छलकने की ओर है. बांध का जलस्तर 281.50 के मुकाबले 279 मीटर तक पहुंच गया. पानी की आवक इसी प्रकार जारी रही तो सोमवार तक बांध के गेट खोले जा सकते हैं.
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सिंचाई विभाग ने बारिश को देखते हुए बांध के डाउनस्ट्रीम में रहने वाले लोगों के लिए चेतावनी जारी कर दी है. बाढ़ नियंत्रण कक्ष के अनुसार पिछले 10 घंटे में जिले में सबसे अधिक भूंगड़ा में 360 एमएम बारिश दर्ज की गई. घाटोल 304, बांसवाड़ा 180, अरथुना 143, बागीदौरा 164, दानपुर 157, गढ़ी 182, जगपुरा 261, केसरपुरा 267, कुशलगढ़ 153, लोहारिया 191, सज्जनगढ़ 200, सल्लो पाट 136 और शेरगढ़ में 155 मिलीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई है.
मध्य प्रदेश के बाजना और प्रतापगढ़ केचमेंट एरिया में भारी बारिश से प्रदेश के दूसरे सबसे बड़े माही बांध में पानी की भारी आवक बनी हुई है. सुबह 11 बजे तक बांध का जलस्तर 279 पार हो गया. बांध की भराव क्षमता 281.50 मीटर है. बाजना बांध से 70634 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है, जबकि इराव नदी से भी एक लाख 4732 की गति से पानी की आवक बनी हुई है. दोनों ओर से भारी पैमाने पर पानी की आवक जारी है, ऐसे में रविवार देर रात तक बांध का जलस्तर 280 मीटर क्रॉस होने की संभावना है.
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इसे देखते हुए सोमवार तक बांध के गेट खोले जाने की उम्मीद बन रही है. मौसम विभाग ने अगले 2 दिन तक भारी बारिश की चेतावनी दी है. माही बांध के अधिशासी अभियंता निरंजन लाल मीणा ने बांध में पानी की आवक को देखते हुए डाउनस्ट्रीम में माही नदी के जल भराव क्षेत्र से लोगों को दूर रहने की चेतावनी जारी की है. उन्होंने कहा है कि पानी की आवक को देखते हुए कभी भी बांध के गेट खोले जा सकते हैं, ऐसे में डाउनस्ट्रीम के नीचे क्षेत्र में रहने वाले लोग जल भराव क्षेत्र में किसी भी प्रकार की गतिविधि ना करें और ना ही किनारे के आसपास जाए.