बांसवाड़ा. पुलिस ने एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर लोगों से धोखाधड़ी करने वाले एक गिरोह का पर्दाफाश किया है. पुलिस ने इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से तीन बांसवाड़ा और 7 डूंगरपुर के रहने वाले हैं.
एसपी अभिजीत सिंह ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर पूरे मामले का खुलासा किया. उन्होंने बताया कि इस मामले में 10 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इन 10 आरोपियों में से तीन बांसवाड़ा के और सात डूंगरपुर के रहने वाले हैं. बांसवाड़ा के संजय लोधा, किशोर और गुड्डू को गिरफ्तार किया है. आरोपियों के कब्जे से बड़ी मात्रा में बैंक पासबुक, फर्जी सिम कार्ड और एटीएम मिले हैं.
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एसपी ने बताया कि जिला पुलिस ने एक स्टिंग किया था. इसके तहत पता लगाया कि फर्जी एस्कॉर्ट सर्विस के नाम पर रैकेट चलाया जा रहा था. इसका सरगना डूंगरपुर निवासी मणिलाल पुत्र भूरालाल उम्र 38 वर्ष है. इसका एक और सहयोगी डूंगरपुर का ही निवासी गौतम है. इन दोनों के अलावा डूंगरपुर निवासी रमेश, पियूष, दिनेश, मुकेश, और एक अन्य दिनेश को गिरफ्तार किया है. मुख्य आरोपी किसी भी शहर के नाम की एस्कॉर्ट सर्विस का पोस्ट बनाकर सोशल मीडिया पर डालते थे. जब कोई इस लिंक को क्लिक करता, तो सीधे आरोपियों से व्हाट्सएप से जुड़ जाता था. वहीं से यह लच्छेदार बातों में दूसरों को फंसाते और अपने अकाउंट में राशि डलवा लेते थे. ऐसे 1000 से ज्यादा नंबर पर इनकी चैट हुई है.
आरोपियों से यह सामान किया गया जब्तः आरोपियों से 55 सिम कार्ड, 19 चैक बुक, 49 एटीएम कार्ड, 11 बैंक खाता पासबुक, एक ब्रिजा विटारा कार और 6800 रुपए की नकदी बरामद की गई है. एसपी ने बताया कि जो बांसवाड़ा के तीन आरोपी गिरफ्तार किए गए हैं, वे तीनों एजेंट थे. जो व्हाट्सएप नंबर लिंक के जरिए जुड़े हुए हैं, उनमें से हजारों नंबर ऐसे मिले हैं जिन पर चैट हुई है. फिलहाल पूरी टीम इन नंबरों की जांच पड़ताल कर रही है.