बांसवाड़ा. जिले के गोविंद गुरु जनजाति विश्वविद्यालय में शिक्षक संगठनों के दो दिवसीय शैक्षिक सम्मेलन के अंतिम दिन शनिवार को गरीब वर्ग के बच्चों को स्कूल से जोड़ने और शिक्षा की गुणवत्ता को और बेहतर बनाने पर चर्चा की गई. वक्ताओं द्वारा सरकार की आरक्षण नीति पर निशाना साधा गया. सम्मेलन में आबादी के अनुसार आरक्षण व्यवस्था की जरुरत भी बताई गई. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य सुरेंद्र निनामा रहे. वहीं सम्मेलन की अध्यक्षता बाबूलाल खराड़ी ने की.
वहीं दाहोद रोड स्थित पाटीदार छात्रावास में शिक्षक संघ राष्ट्रीय के सम्मेलन में जमीनी वास्तविकता के आधार पर शिक्षा नीति बनाए जाने की आवश्यकता बताई गई. वक्ताओं ने शैक्षिक कार्यों के अलावा अन्य कामकाज के बोझ पर भी नाराजगी जताई. कार्यक्रम के अध्यक्ष चीफ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर नवीन मीणा रहे साथ ही मुख्य अतिथि चीफ ब्लॉक एजुकेशन ऑफिसर बागीदौरा रामलाल खराड़ी थे. सम्मेलन की अध्यक्षता संगठन के जिला अध्यक्ष गमीरचंद पाटीदार ने की.
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इस दौरान शिक्षा की गुणवत्ता के साथ शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं पर भी गहन चिंतन किया गया और साथ ही न्यू पेंशन स्कीम को बंद कर ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली सहित 51 प्रस्ताव पारित किए गए. इनमें पंचायत राज चुनाव के अंतर्गत ग्राम पंचायत चुनाव की मतगणना पंचायत समिति मुख्यालय पर करवाने की मांग की गई. वहीं ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली के समर्थन में सरकार को अल्टीमेटम दिया गया. इसके समर्थन में संगठन द्वारा 10 अक्टूबर को प्रदेश के विभिन्न ब्लॉक मुख्यालय पर धरना प्रदर्शन की चेतावनी दी गई है. जिलाध्यक्ष पाटीदार के अनुसार सम्मेलन में चर्चा के बाद पारित किए गए. प्रस्ताव सरकार को भेजे जाएंगे. साथ ही ओल्ड पेंशन स्कीम की बहाली की मांग को लेकर आंदोलन की रणनीति को अंतिम रूप दिया गया.