बांसवाड़ा. जिले के प्रतापपुर क्षेत्र में झाड़ियों में मिली नवजात के स्वस्थ होने के बाद शुक्रवार को उसे चाइल्ड वेलफेयर कमेटी के समक्ष पेश किया गया. जहां कमेटी के चेयरमैन हरीश त्रिवेदी और सदस्य मधुसूदन व्यास ने नवजता को नया नाम दिया. कमेटी ने उसे निवेदिता नाम देते हुए शिशु बाल गृह भेजने का आदेश दिया. कमेटी के सदस्य व्यास ने बताया कि सीडब्ल्यूसी में पेश करने के साथ ही निवेदिता को लीगल फ्री करने की प्रक्रिया शुरू हो गई है.
वहीं पुलिस को निवेदिता की माता का पता लगाने का आदेश दिया गया है. साथ ही उसे लीगल फ्री करने कार्रवाई भी चल रही है. 60 दिन के भीतर नवजात के असली माता-पिता के सामने नहीं आने पर निवेदिता को लीगल फ्री करते हुए एडॉप्शन प्रोसेस के तहत केंद्र सरकार की दत्तक प्रक्रिया संभालने वाली संस्था की साइट पर निवेदिता का नाम डाल दिया जाएगा. उसके बाद एडॉप्शन की पूरी प्रक्रिया कारा संस्था के हाथ में चली जाएगी.
आपको बता दें कि प्रतापपुर क्षेत्र के पारा खेड़ा गांव में 20 मई को एक महिला अपनी नवजात बच्ची को झाड़ियों में फेंक गई थी. जिसे पड़ोस में रहने वाली एक महिला ने अन्य लोगों की मदद से प्रतापपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया. जिसके बाद नवजात को इलाज के लिए बांसवाड़ा के महात्मा गांधी अस्पताल की चाइल्ड यूनिट लाया गया.