कुशलगढ़ (बांसवाड़ा). विधानसभा क्षेत्र की पंचायत समिति सज्जनगढ़ में व्याप्त भ्रष्टाचार, विभिन्न योजनाओं और जनकल्याणकारी योजनाओं में लाभार्थियों को 1 साल बाद भी राशि का भुगतान नहीं करने पर भाजपा मंडल पदाधिकारीयों ने धरना दिया. पंचायत समिति कार्यालय के सामने 5 घंटों के धरने के बाद सज्जनगढ़ तहसीलदार को मुख्यमंत्री के नाम 11 मांगों का ज्ञापन सौंपा गया.
भाजपा मण्डल अध्यक्ष हरेन्द्र नायक, पूर्व संसदीय सचिव भीमा भाई डामोर, भाजपा जिला उपाध्यक्ष प्रताप पटेल, पूर्व मण्डल अध्यक्ष लाल सिंह वडखिया, महिपाल सिंह राणावत, रमेश पटेल, बिल्लु लबाना, पुष्पेन्द्र आमलियार सहित कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने विरोध जताया.
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ज्ञापन पत्र में बताया गया है, कि पंचायत समिति सज्जनगढ़ में 2 साल पहले गरीब लाभार्थियों के नाम केटल शेड और निजी कुपों की स्वीकृतियां जारी की गईं थीं. जिनका सज्जनगढ़ पंचायत समिति प्रशासन की तरफ से भौतिक सत्यापन और बिल भुगतान में शिथिलता बरती जा रही है. जिससे गरीब लाभार्थी कार्य पूर्ण करने के बाद भुगतान के लिये दर-दर भटक रहे हैं. परन्तु प्रशासन गरीब जनता की बातों पर ध्यान नहीं दे रही है. इसके साथ ही मस्टर रोल जारी करने के नाम पर भी पंचायत समिति कार्यालय में कार्यरत कार्मिक की तरफ से 300 से 500 रुपये लिये जा रहे हैं, जिसकी भी जांच की जाए. झूठ बोलकर जनजाति क्षेत्र से वोट बटोरने वाले कांग्रेस सरकार के मंत्री गांवों में आकर जनता को जबाव दें.
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डामोर ने पंचायत समिति विकास अधिकारी पर भी भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा, कि पंचायत समिति की ग्राम पंचायतों में महानरेगा योजना के तहत स्वीकृत केटल शेड, निजी कूप सहित विभिन्न कार्य पूरे हो चुके हैं. उसके बाद भी इनकी माप पुस्तिका नहीं भरी जा रही है. साथ ही बिल कमीशन दिए, उनके बिल भी ऑनलाइन एंट्री नहीं किए जा रहे हैं.
धरने को जिला प्रतिनिधि काहनिंग रावत, जिला उपाध्यक्ष प्रताप पटेल महामंत्री थानेश्वर पटेल, पूर्व प्रधान देवजी गरासिया, पुष्पेन्द्र अमलियार पूर्व अध्यक्ष लालसिंह वडखिया, सोहनलाल, लालचन्द्र, रमेश भगत, जयसिंह लबाना सहित पदाधिकारियों ने संबोधित किया. धरने में कांग्रेस सरकार और विकास अधिकारी के खिलाफ नारेबाजी भी की गई. इसके बाद मुख्यमंत्री के नाम उपखण्ड अधिकारी प्रतिनिधि दिनेश पडवाल और कार्यवाहक विकास अधिकारी रमेश पटेल को ज्ञापन दिया गया.