बांसवाड़ा. भाजपा के वरिष्ठ नेता और विधायक धर्मराज जोशी का मानना है कि नागरिकता संशोधन अधिनियम प्रदेश सरकार को हर कीमत पर लागू करना होगा. साथ ही चेतावनी दी कि संविधान की पालना नहीं करने पर मुख्यमंत्री गहलोत को राजद्रोह के आरोप का भी सामना करना पड़ सकता है.
बता दें कि नागरिकता संशोधन अधिनियम को लेकर पार्टी की ओर से देश भर में चलाए जा रहे जन जागरण अभियान के अंतर्गत जोशी सोमवार को बांसवाड़ा पहुंचे. जहां ईटीवी भारत ने उनसे विशेष बातचीत की. इस दौरान उन्होंने कहा कि अशोक गहलोत ने संविधान की शपथ ली है और भारतीय संविधान के अनुसार उसकी पालना हर हाल में करनी होती है. वरना यह राजद्रोह माना जाएगा और उसी के अनुसार उन्हें उसका सामना भी करना होगा.
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में केंद्र की ओर से लागू किए गए किसी भी अधिनियम की पालना किसी राज्य की ओर से न की जाए यह संभव नहीं है. पंचायत राज चुनाव परिणामों को अधिनियम पर मैंडेट माने जाने के सवाल पर, उन्होंने कहा कि पंच सरपंच का चुनाव स्थानीय स्तर पर होता है और इसमें व्यक्ति के प्रभाव और व्यक्तित्व का काफी अहम रोल रहता है. फिर भी विपक्ष के नेता ने जो कहा वह भी एक मुख्य आधार माना जा सकता है.
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वहीं पंचायत चुनाव की तस्वीर पर उन्होंने कहा कि मुझे लगता है नगर निकाय के चुनाव की तरह कांग्रेस पंचायत राज चुनाव में भी जोड़-तोड़ की प्रक्रिया लागू करना चाह रही है. नगर निकाय के चुनाव में 49 में से हर तरीके के विकल्प अपनाने के बाद भी कांग्रेस केवल 19 में स्पष्ट बहुमत ला पाई थी. पार्टी अब उन परिणामों से सीख लेने की बजाए अभी भी जोड़ तोड़ में जुटी है.
पंच सरपंच और पंचायत राज में जिला परिषद चुनाव में 1 सप्ताह का अंतर रखा गया है. इसके जरिए निश्चित ही विश्व की सबसे पुरानी पार्टी लोकतंत्र की हत्या करना चाहती है. उसका लोकतंत्र में बिल्कुल विश्वास नहीं है. नागरिकता संशोधन अधिनियम के विरोध पर जोशी ने कहा कि मोदी सरकार ने ट्रांजैक्शन का हर काम ऑनलाइन कर दिया है. पेंशन का मामला हो या फिर शौचालय निर्माण या फिर आवास निर्माण, सारी राशि संबंधित के खाते में जा रही है. इससे कांग्रेस नेताओं को कट लगाने का मौका नहीं मिल रहा है. अधिनियम का विरोध मात्र उसी की खीज है लेकिन मेरा मानना है कि देश के हिंदू और मुस्लिम भाई अधिनियम की वास्तविकता को पहचान चुके हैं.