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राज्यपाल की अगवानी करने पहुंचे बीजेपी नेता मईडा के साथ पुलिस ने कथित तौर पर की बदसलूकी...बीजेपी प्रतिनिधि मंडल ने कलेक्टर से की शिकायत

राज्यपाल कलराज मिश्र के आगमन से पहले हवाई पट्टी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता हकरु मईडा के साथ पुलिस के कथित दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जिला कलेक्टर के पास पहुंचकर अपना विरोध जताया.

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Published : Sep 27, 2019, 11:20 PM IST

भाजपा नेता से कथित दुर्वयवहार का मामला, Case of alleged misbehavior with BJP leader

बांसवाड़ा. राज्यपाल कलराज मिश्र के आगमन से पहले हवाई पट्टी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता हकरु मईडा के साथ पुलिस के कथित दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जिला कलेक्टर के पास पहुंचकर अपना विरोध जताया.

भाजपा नेता से कथित दुर्वयवहार का मामला

राज्यपाल मिश्र की अगवानी के लिए सांसद कनक मल कटारा सहित पार्टी के आधा दर्जन से अधिक नेता हवाई पट्टी पर पहुंचे थे. जहां पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी और लिमिटेड लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा था. इसके लिए पुलिस प्रशासन ने लिस्ट भी बनाई थी. भाजपा नेता हवाई पट्टी परिसर में पहुंच गए. लेकिन कुछ ही समय बाद पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत पार्टी के अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मईडा को परिसर से बाहर निकालने के निर्देश देते दिखे.

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मईडा की ओर से अपना परिचय देने के बावजूद शेखावत अपनी बात पर अड़े रहे. जबकि खुद सांसद कनक मल कटारा ने उन्हें पार्टी का वरिष्ठ नेता बताया था. आला अधिकारी के आदेश की पालना करते हुए डूंगरपुर के पुलिस अधिकारी मईडा को धक्का मार कर बाहर ले जाते दिखे. वहीं पुलिस अधीक्षक ने नेता को हवाई पट्टी परिसर के बाहर छोड़ने के निर्देश देते देखे गए. जिसके बाद सीआई प्रदीप बिट्टू मईडा को करीब आधा किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग पर छोड़कर आए.

मईडा के साथ इस प्रकार के दुर्व्यवहार के बावजूद हवाई पट्टी परिसर में मौजूद पार्टी नेताओं की ओर से कोई कदम नहीं उठाए जाने को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष भी नजर आया.
जिसके बाद मईडा वहां से निकल गए. वहीं इस मामले की शहर में दिनभर चर्चा रही. फजीहत को देखते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष ओम पालीवाल एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शाम को जिला कलेक्टर अंतर सिंह के पास पहुंचे.

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जहां जिला कलेक्टर ने कहा कि पूरा मामला मिस अंडरस्टैंडिंग का है. हमें जैसे ही पता चला हमने मईडा का नाम सूची में डाल दिया था. लेकिन उस समय हम लोग त्रिपुरा सुंदरी व्यवस्थाएं देखने गए थे. उधर डूंगरपुर के किसी पुलिस अधिकारी ने उनको बाहर निकाल दिया. ओम पालीवाल ने पार्टी नेता के साथ लेते हुए कहा कि प्रोटोकॉल में सब संभव है.

लेकिन यहां पुलिस अधिकारी पार्टी के वरिष्ठ नेता के साथ गलत तरीके से पेश आएं है. जिस पर जिला कलेक्टर ने आगे से ऐसे मामलों में ध्यान रखने का आश्वासन दिया. बता दें की मईडा विधानसभा चुनाव 2018 में बांसवाड़ा सीट से पार्टी के प्रत्याशी थे. वहीं एक बार भाजपा के बैनर तले डूंगरपुर बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. वर्तमान में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष का काम देख रहे हैं.

बांसवाड़ा. राज्यपाल कलराज मिश्र के आगमन से पहले हवाई पट्टी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता हकरु मईडा के साथ पुलिस के कथित दुर्व्यवहार का मामला सामने आया है. जिसके बाद पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जिला कलेक्टर के पास पहुंचकर अपना विरोध जताया.

भाजपा नेता से कथित दुर्वयवहार का मामला

राज्यपाल मिश्र की अगवानी के लिए सांसद कनक मल कटारा सहित पार्टी के आधा दर्जन से अधिक नेता हवाई पट्टी पर पहुंचे थे. जहां पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी और लिमिटेड लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा था. इसके लिए पुलिस प्रशासन ने लिस्ट भी बनाई थी. भाजपा नेता हवाई पट्टी परिसर में पहुंच गए. लेकिन कुछ ही समय बाद पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत पार्टी के अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मईडा को परिसर से बाहर निकालने के निर्देश देते दिखे.

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मईडा की ओर से अपना परिचय देने के बावजूद शेखावत अपनी बात पर अड़े रहे. जबकि खुद सांसद कनक मल कटारा ने उन्हें पार्टी का वरिष्ठ नेता बताया था. आला अधिकारी के आदेश की पालना करते हुए डूंगरपुर के पुलिस अधिकारी मईडा को धक्का मार कर बाहर ले जाते दिखे. वहीं पुलिस अधीक्षक ने नेता को हवाई पट्टी परिसर के बाहर छोड़ने के निर्देश देते देखे गए. जिसके बाद सीआई प्रदीप बिट्टू मईडा को करीब आधा किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग पर छोड़कर आए.

मईडा के साथ इस प्रकार के दुर्व्यवहार के बावजूद हवाई पट्टी परिसर में मौजूद पार्टी नेताओं की ओर से कोई कदम नहीं उठाए जाने को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष भी नजर आया.
जिसके बाद मईडा वहां से निकल गए. वहीं इस मामले की शहर में दिनभर चर्चा रही. फजीहत को देखते हुए पूर्व जिलाध्यक्ष ओम पालीवाल एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शाम को जिला कलेक्टर अंतर सिंह के पास पहुंचे.

पढ़ें- विश्व पर्यटन दिवस: बूंदी में घट रही पर्यटकों की संख्या...टूटी सड़कें बनी समस्या

जहां जिला कलेक्टर ने कहा कि पूरा मामला मिस अंडरस्टैंडिंग का है. हमें जैसे ही पता चला हमने मईडा का नाम सूची में डाल दिया था. लेकिन उस समय हम लोग त्रिपुरा सुंदरी व्यवस्थाएं देखने गए थे. उधर डूंगरपुर के किसी पुलिस अधिकारी ने उनको बाहर निकाल दिया. ओम पालीवाल ने पार्टी नेता के साथ लेते हुए कहा कि प्रोटोकॉल में सब संभव है.

लेकिन यहां पुलिस अधिकारी पार्टी के वरिष्ठ नेता के साथ गलत तरीके से पेश आएं है. जिस पर जिला कलेक्टर ने आगे से ऐसे मामलों में ध्यान रखने का आश्वासन दिया. बता दें की मईडा विधानसभा चुनाव 2018 में बांसवाड़ा सीट से पार्टी के प्रत्याशी थे. वहीं एक बार भाजपा के बैनर तले डूंगरपुर बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं. वर्तमान में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष का काम देख रहे हैं.

Intro:

बांसवाड़ा। राज्यपाल कलराज मिश्र के आगमन से पहले तलवाड़ा हवाई पट्टी पर भाजपा के वरिष्ठ नेता हकरु मईडा के साथ पुलिस के कथित दुर्व्यवहार का मामला शाम को तूल पकड़ गया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं ने जिला कलेक्टर के पास पहुंचकर अपना विरोध जताया। Body:राज्यपाल मिस्र की अगवानी के लिए सांसद कनक मल कटारा सहित पार्टी के आधा दर्जन से अधिक नेता हवाई पट्टी पर पहुंचे थे। यहां पुलिस ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था कर रखी थी और लिमिटेड लोगों को ही प्रवेश दिया जा रहा था। इसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा कोई लिस्ट भी बनाई गई थी। भाजपा नेता हवाई पट्टी परिसर में पहुंच गए। लेकिन कुछ ही समय बाद पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत पार्टी के अनुसूचित जनजाति प्रकोष्ठ के प्रदेश उपाध्यक्ष मईडा को परिसर से बाहर निकालने के निर्देश देते दिखे। मईडा द्वारा अपना परिचय देने के बावजूद शेखावत अपनी बात पर अड़े रहे जबकि खुद सांसद कनक मल कटारा ने उन्हें पार्टी का वरिष्ठ नेता बताया था। आला अधिकारी के आदेश की पालना करते हुए डूंगरपुर के एक पुलिस अधिकारी मईडा को धक्के मार कर बाहर ले जाते दिखे।

आधा किलोमीटर दूर छुड़वाया

यहां तक कि पुलिस अधीक्षक द्वारा हवाई पट्टी परिसर अर्थात बांसवाड़ा डूंगरपुर राजमार्ग तक छोड़ने के निर्देश देते देखे गए। सीआई प्रदीप बिट्टू मईडा को करीब आधा किलोमीटर दूर मुख्य मार्ग पर छोड़कर आए।

फजीहत होती देख कलेक्ट्रेट पहुंचे नेता

मईडा के साथ इस प्रकार के दुर्व्यवहार के बावजूद हवाई पट्टी परिसर में मौजूद पार्टी नेताओं द्वारा कोई कदम नहीं उठाए जाने को लेकर कार्यकर्ताओं में असंतोष भी नजर आया। बाद में मईडा वहां से निकल गए। इस मामले की शहर में दिनभर चर्चा रही। फजीहत को देखते हुए अंततः पूर्व जिलाध्यक्ष ओम पालीवाल एक प्रतिनिधिमंडल के साथ शाम को जिला कलेक्टर अंतर सिंह के पास पहुंचे।

Conclusion:कलेक्टर बोले मिसअंडरस्टैंडिंग

जिला कलेक्टर का कहना था कि यह पूरा मिस अंडरस्टैंडिंग का मामला रहा। जैसे ही पता चला हमने मईडा का नाम सूची में डाल दिया था लेकिन उस समय हम लोग त्रिपुरा सुंदरी व्यवस्थाएं देखने गए थे। उधर डूंगरपुर के किसी पुलिस अधिकारी ने उनको बाहर निकाल दिया। ओम पालीवाल ने पार्टी नेता को साथ इस मामले में विरोध जताते हुए कहा कि प्रोटोकॉल में सब संभव है लेकिन यहां पुलिस अधिकारी पार्टी के वरिष्ठ नेता के साथ गलत तरीके से पेश आएं । जिला कलेक्टर ने आगे से ऐसे मामलों में ध्यान रखने का आश्वासन दिया।

दो चुनाव लड़ चुके हैं मईडा

आपको बता दे की मईडा विधानसभा चुनाव 2018 में बांसवाड़ा सीट से पार्टी के प्रत्याशी थे वही एक बार भाजपा के बैनर तले डूंगरपुर बांसवाड़ा संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ चुके हैं। वर्तमान में अनुसूचित जनजाति मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष का काम देख रहे हैं।
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