घाटोल (बांसवाड़ा). गायत्री शक्तिपीठ घाटोल में कला, विविध गुण, विद्या साधना को बढ़ाने और उन्हें प्रोत्साहित करने का पर्व भगवती सरस्वती का जन्मदिन बसन्त पंचमी का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. इस अवसर पर सरस्वती पूजन के साथ वाद्य यंत्रों का पूजन हुआ. अखिल विश्व गायत्री परिवार के संचालक परम पूज्य गुरुदेव पण्डित राम शर्मा आचार्य का आध्यात्मिक जन्म दिवस होने से विशेष पूजा अर्चना के साथ गायत्री यज्ञ का भी आयोजन हुआ.
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यज्ञ के मुख्य यजमान उदयपुर निवासी हर्षित पंचाल ने सपत्नी यज्ञ में आहुतियां प्रदान की. इस अवसर पर पंचाल के सुपुत्र वरेण्य का मुंडन (चूड़ाकर्म) संस्कार भी सम्पन्न कराया गया. साथ ही एक बहन का पुंसवन संस्कार एवं दो बालकों के विद्यारम्भ संस्कार भी सम्पन्न कराए गए. इस अवसर पर घाटोल के उपखण्ड अधिकारी ने कार्यक्रम में पधार कर संस्कार करने वाले बटुकों को आशीर्वाद प्रदान किया. अम्बालाल पंचाल 'मुख्य प्रबन्ध ट्रस्टी गायत्री परिवार ट्रस्ट घाटो' ने बताया कि इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी को गायत्री परिवार की ओर से तिलक और कलावा बांध कर तथा गायत्री मन्त्र दुपट्टा ओढा कर अभिनन्दन किया गया.
झुंझुनू में भगवान शिव का 51 किलो दूध से रुद्राभिषेक
झुंझुनू में मुख्यालय के श्री लावरेश्वर महादेव मंदिर ट्रस्ट द्वारा मंदिर स्थापना के 30वें वार्षिकोत्सव एंव बसंत पंचमी महोत्सव के पावन पर्व पर श्रीमद्भागवत कथा से पूर्व बसंत पंचमी पर्व पर भगवान शिव का 51 किलो दूध से रुद्राभिषेक किया गया. इस अवसर पर कथावाचक विश्व विख्यात परमश्रद्वेय श्री हकरशरण जी महाराज एंव आचार्य पंडित रामचन्द्र शर्मा के सानिध्य में ग्यारह पंडितों द्वारा वेद मंत्रों के साथ मंदिर ट्रस्ट के ट्रस्टी सहित अन्य जन की उपस्थिति में बिल्व पत्र, दूध, दही, शहद, पुष्प इत्यादी के साथ पूरे विधि विधान से रुद्राभिषेक किया गया. इस दौरान मंदिर परिसर को रंग बिरगें गुब्बारों से सजाया गया. इस दौरान उपस्थित सभी शिवभक्तों ने पीले परिधान धारण किए.