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बांसवाड़ा में विश्व आदिवासी दिवस पर जमकर थिरके युवा

राजस्थान के आदिवासी क्षेत्रों में आदिवासी दिवस बड़े उत्साह से मनाया जा रहा है. बांसवाड़ा और राजसमंद में लोगों ने विभिन्न कार्यक्रमों के जरिए आदिवासी कलाओं को प्रदर्शित किया है.

banswara news, राजसमंद खबर
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Published : Aug 9, 2019, 8:06 PM IST

बांसवाड़ा/राजसमंद. राजस्थान समेत देश के अन्य कई राज्यों में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है. बांसवाड़ा और राजसमंद जिलों के मुख्यालय पर आदिवासी दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने भाग लिया.

बांसवाड़ा में विश्व आदिवासी दिवस पर जमकर झूमे युवा

विश्व आदिवासी दिवस के मौके बांसवाड़ा शहर में दिनभर जश्न का माहौल दिखा. दूरदराज के गांव से लोक परंपरागत वेशभूषा में जुलूस के रूप में शहर पहुंचे. यहां गोविंद गुरु की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ परंपरागत गीतों की धुन पर युवा थिरकते नजर आए. हालांकि बारिश के कारण शहर में हर वर्ष की भांति होने वाला कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हो पाया, लेकिन आदिवासी दिवस के जश्न को मनाने का जोश रिमझिम के बीच कायम रहा.

दूरदराज के क्षेत्रों से बांसवाड़ा शहर पहुंचे आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनों के बैनर तले युवा वर्ग के लोगों ने कार्यक्रम आयोजित किया. वहीं स्कूली बच्चों द्वारा रैली भी निकाली गई. कुशल बाग में दोपहर बाद आस-पास के गांव से पहुंचे युवा परंपरागत गीतों की धुन पर खूब थिरके. बारिश की बूंदों के बीच हाथों में तलवार और तीर कमान के साथ घंटों तक युवा जश्न मनाते रहे. वही गोविंद गुरु कॉलेज ग्राउंड में हजारों आदिवासी युवा सफेद टीशर्ट में पहुंचे.

यह भी पढ़ें: आर्टिकल 370 को लेकर कांग्रेस की बैठक, सीएम गहलोत और पीसीसी चीफ पायलट दिल्ली रवाना

यहां युवा वर्ग जय जोहार आदि के नारों के बीच थिरकते नजर आए. खेल परिषद के ग्राउंड में आदिवासी संगठनों की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें आदिवासी एकता और विकास को लेकर वक्ताओं ने विचार रखे. वहीं अंबेडकर सर्किल पर आदिवासी एकता परिषद द्वारा रिमझिम के बीच संगठन का सम्मेलन रखा गया. जिसमें जिलाध्यक्ष मोगजी भाई ने क्षत्रीय विकास को जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधा. अन्य वक्ताओं ने भी आदिवासी अंचल के विकास के लिए समाज के लोगों की एकता पर बल दिया. गोविंद गुरु विश्वविद्यालय द्वारा भी बच्चों के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया.

राजसमंद में आदिवासी दिवस पर निकली विशाल वाहन रैली

राजसमंद शहर में शुक्रवार को विशाल वाहन रैली निकाली गई. यह रैली राजनगर नेशनल हाईवे से शुरू हुई और शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी. बाद में यह रैली एक जनसभा मे तब्दील हो गई. जिसमें आदिवासी समाज के मुख्य वक्ताओं ने सामाजिक उत्थान और वर्तमान में युवाओं की शिक्षा को लेकर अपने विचार रखे.

यह भी पढ़ें: ऋषिराज जिंदल हत्याकांड में सड़क पर उतरी बीजेपी, कहा - सीबीआई से कराई जाए जांच

जनसभा में पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया ने कहा कि आदिवासी समाज के विकास के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है. गरासिया ने कहा के समाज के सभी लोगों को विकास के लिए एक जुट होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है.

बांसवाड़ा/राजसमंद. राजस्थान समेत देश के अन्य कई राज्यों में विश्व आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है. बांसवाड़ा और राजसमंद जिलों के मुख्यालय पर आदिवासी दिवस के मौके पर कार्यक्रम आयोजित किए गए. जिसमें बड़ी संख्या में आदिवासी समाज के लोगों ने भाग लिया.

बांसवाड़ा में विश्व आदिवासी दिवस पर जमकर झूमे युवा

विश्व आदिवासी दिवस के मौके बांसवाड़ा शहर में दिनभर जश्न का माहौल दिखा. दूरदराज के गांव से लोक परंपरागत वेशभूषा में जुलूस के रूप में शहर पहुंचे. यहां गोविंद गुरु की मूर्ति पर माल्यार्पण के साथ परंपरागत गीतों की धुन पर युवा थिरकते नजर आए. हालांकि बारिश के कारण शहर में हर वर्ष की भांति होने वाला कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हो पाया, लेकिन आदिवासी दिवस के जश्न को मनाने का जोश रिमझिम के बीच कायम रहा.

दूरदराज के क्षेत्रों से बांसवाड़ा शहर पहुंचे आदिवासी समाज के विभिन्न संगठनों के बैनर तले युवा वर्ग के लोगों ने कार्यक्रम आयोजित किया. वहीं स्कूली बच्चों द्वारा रैली भी निकाली गई. कुशल बाग में दोपहर बाद आस-पास के गांव से पहुंचे युवा परंपरागत गीतों की धुन पर खूब थिरके. बारिश की बूंदों के बीच हाथों में तलवार और तीर कमान के साथ घंटों तक युवा जश्न मनाते रहे. वही गोविंद गुरु कॉलेज ग्राउंड में हजारों आदिवासी युवा सफेद टीशर्ट में पहुंचे.

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यहां युवा वर्ग जय जोहार आदि के नारों के बीच थिरकते नजर आए. खेल परिषद के ग्राउंड में आदिवासी संगठनों की ओर से कार्यक्रम आयोजित किया गया. जिसमें आदिवासी एकता और विकास को लेकर वक्ताओं ने विचार रखे. वहीं अंबेडकर सर्किल पर आदिवासी एकता परिषद द्वारा रिमझिम के बीच संगठन का सम्मेलन रखा गया. जिसमें जिलाध्यक्ष मोगजी भाई ने क्षत्रीय विकास को जनप्रतिनिधियों पर निशाना साधा. अन्य वक्ताओं ने भी आदिवासी अंचल के विकास के लिए समाज के लोगों की एकता पर बल दिया. गोविंद गुरु विश्वविद्यालय द्वारा भी बच्चों के लिए कार्यक्रम आयोजित किया गया.

राजसमंद में आदिवासी दिवस पर निकली विशाल वाहन रैली

राजसमंद शहर में शुक्रवार को विशाल वाहन रैली निकाली गई. यह रैली राजनगर नेशनल हाईवे से शुरू हुई और शहर के मुख्य मार्गों से गुजरी. बाद में यह रैली एक जनसभा मे तब्दील हो गई. जिसमें आदिवासी समाज के मुख्य वक्ताओं ने सामाजिक उत्थान और वर्तमान में युवाओं की शिक्षा को लेकर अपने विचार रखे.

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जनसभा में पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया ने कहा कि आदिवासी समाज के विकास के लिए शिक्षा बेहद जरूरी है. गरासिया ने कहा के समाज के सभी लोगों को विकास के लिए एक जुट होकर आगे बढ़ने की आवश्यकता है.

Intro:राजसमंद- विश्व आदिवासी दिवस आज राजसमंद जिला मुख्यालय पर भी मनाया गया. कार्यक्रम में जिलेभर से आदिवासी समाज महिला पुरुषों सहित नौजवानों ने भाग लिया. कार्यक्रम से पूर्व शहर में विशाल वाहन रैली निकाली गई.जो राजनगर नेशनल हाईवे से शुरू हुई. जो कार्यक्रम स्थल तक शहर के मुख्य मार्गो से होती हुई.कार्यक्रम स्थल पहुंची.जहां पर आम सभा का आयोजन किया गया. आम सभा में समाज के मुख्य वक्ताओं ने सामाजिक उत्थान और वर्तमान में युवाओं की शिक्षा को लेकर अपने विचार


Body:व्यक्त किए तो.वही आदिवासी नेता और पूर्व मंत्री चुन्नीलाल गरासिया ने बताया कि आज विश्व भर में आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है. तो वही राजस्थान में भी प्रत्येक स्थान पर आदिवासी दिवस मनाया जा रहा है. आदिवासी समाज के सभी वर्ग के लोग युवा पढ़ने लिखने वाले सामाजिक क्षेत्र से जुड़े हुए लोग एक साथ मिलकर के आदिवासी समाज को आने वाले समय में उत्थान कैसे हो.आदिवासी दुनिया के दौर में कैसे प्रतिस्पर्धा में भाग लेवे.हम किस प्रकार एक साथ संगठित होकर आगे बढ़े और आने वाले समय में समाज के से उत्थान करें इसका चिंतन करने के लिए पूरे विश्व में आज दिन का उत्सव के रूप में मनाया जा रहा है. हम राजसमंद जिले के सभी भाई-बहन इसलिए कटे हुए हैं.परिवार के रूप में समाज को किस प्रकार आगे बढ़ाया जाए.


Conclusion:बाइट- पूर्व मंत्री और आदिवासी नेता चुन्नीलाल गरासिया
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