बांसवाड़ा. परंपरागत रूप से गणेश यात्रा निकालने की अनुमति नहीं मिलने से नाराज पूर्व मंत्री भवानी जोशी धरने पर बैठ गए. बांसवाड़ा शहर में गणेश चतुर्थी के दिन बड़ी गणेश यात्रा निकाली जाती है . यह त्रंबकेश्वर मंदिर से प्रारंभ होकर डायलाब तालाब तक जाती है.
बांसवाड़ा शहर और जिले में भगवान गणेश की विशेष पूजा की जाती है. जगह-जगह गणपति स्थापना की जाती है और अनंत चतुर्दशी के दिन विसर्जन किया जाता है. बांसवाड़ा शहर में बरसों से डायलाब तालाब पर विसर्जन होता है. इसके लिए त्रंबकेश्वर मंदिर से यात्रा प्रारंभ होती है जो शहर के मध्य से होते हुए तालाब तक पहुंचती है.
रविवार दोपहर करीब 1:00 बजे जैसे ही पूर्व मंत्री भवानी जोशी यात्रा लेकर प्रारंभ हुए तो त्रंबकेश्वर मंदिर से मुख्य रोड पर आते ही यात्रा को पुलिस और प्रशासन ने रोक दिया. इसके बाद जोशी धरने पर बैठ गए. मौके पर सैकड़ों लोगों की भीड़ जुट गई.
प्रशासन ने कोरोना प्रोटोकॉल के चलते जुलूस की अनुमति नहीं दी. लेकिन रोक लगाए जाने के बाद पूर्व मंत्री के धरने के कारण यहां सैकड़ों की भीड़ जुट गई है. समय के साथ भीड़ बढ़ती जा रही है. पुलिस और प्रशासन भीड़ को बढ़ने के रोकने की रणनीति पर काम कर रहे हैं. समझाइश का दौर चल रहा है.
पूर्व मंत्री ने स्पष्ट कर दिया है कि अब प्रशासन ही कोई निर्णय लेकर बताएगा कि यात्रा कैसे होगी. पूर्व मंत्री ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार हिंदू विरोधी है, यही कारण है कि उनकी यात्रा को रोक दिया गया है. पूर्व मंत्री ने यह भी कहा कि जन्माष्टमी के दिन भी बांसवाड़ा शहर में शाम के समय 2 घंटे लाइट काट दी गई थी, क्योंकि उस समय जन्माष्टमी के कार्यक्रम हो रहे थे.