बांसवाड़ा. एंटी करप्शन ब्यूरो प्रतापगढ़ की टीम ने सोमवार को जिले के सज्जनगढ़ थाने के एक हेड कांस्टेबल को 500 रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. हेड कांस्टेबल पर्वत सिंह सोमवार को राज्यपाल कलराज मिश्र की बतौर सुरक्षा ड्यूटी बांसवाड़ा आया था.
जहां आमजन के साथ राज्यपाल की ओर से पढ़ाए गए कर्तव्य के पाठ को पर्वत सिंह ने भी पढ़ा. लेकिन महज कुछ घंटों बाद ही पुलिस लाइन के पास फरियादी को बुलाकर रिश्वत की राशि वसूल कर ली. इस बीच ACB टीम ने उसे दबोच लिया. दरअसल, सज्जनगढ़ थाना अंतर्गत डूंगरा बड़ा गांव निवासी श्यामसुंदर ओझा ने अपने पड़ोसी मयूर कलाल के खिलाफ मारपीट की रिपोर्ट थाने पर दी थी. जिसकी जांच हेड कांस्टेबल पर्वत सिंह कर रहा था.
वहीं, महज दो-तीन दिन बाद ही श्याम सुंदर ने पड़ोसी से राजीनामा होने पर मामले में किसी भी प्रकार की कार्रवाई से इनकार करते हुए रिपोर्ट पेश कर दी. लेकिन हेड कांस्टेबल पर्वत सिंह परिवाद से कोई कार्रवाई नहीं करने की एवज में 2 हजार रुपए की मांग की. जिसकी शिकायत श्याम सुंदर ने प्रतापगढ़ पहुंचकर ब्यूरो के पुलिस उप अधीक्षक हेरंब जोशी को दी.
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जिसके बाद 15 दिसंबर को मामले का सत्यापन कराया गया. इस दौरान हेड कांस्टेबल की ओर से 13 सौ रुपए लेने की पुष्टि हो गई. वहीं, 23 दिसंबर को राज्यपाल कलराज मिश्र का बांसवाड़ा में कार्यक्रम था. इसलिए सुरक्षा के लिहाज से हेड कांस्टेबल पर्वत सिंह को बांसवाड़ा जिला मुख्यालय भेजा गया. यहां राज्यपाल ने आमजन के साथ सभी सरकारी मुलाजिमों को संविधान की ओर से तय किए गए मूलभूत कर्तव्य का पाठ पढ़ाया. जहां हेड कांस्टेबल भी मौजूद था.
वहीं, कार्यक्रम के कुछ घंटों बाद ही हेड कांस्टेबल पर्वत सिहं ने श्यामसुंदर को पुलिस लाइन के बाहर बुलाया. जहां एसीबी ने जाल बिछा कर हेड कांस्टेबल को 500 की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया. पुलिस उपाधीक्षक हेरंब जोशी ने बताया कि आवश्यक दस्तावेज की कार्रवाई के साथ ही आरोपी हेड कांस्टेबल से पूछताछ की जा रही है. जिसके बाद उसे मंगलवार को एंटी करप्शन ब्यूरो की उदयपुर स्थित स्पेशल कोर्ट में पेश किया जाएगा.