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अलवर में अवैध खनन पर खुली प्रशासन की नींद, अब वसूल रहे हैं जुर्माना

अलवर जिले में अवैध खनन हो रहा है, लेकिन सरकारी विभागों के अधिकारी व प्रदेश सरकार इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है. कुछ समय पहले एसएफआई ने अरावली क्षेत्र का सर्वे किया था. उस दौरान एसएफआई ने अलवर क्षेत्र में 224 जगहों पर अवैध खनन होने की बात कही थी तो वहीं सुप्रीम कोर्ट ने भी अलवर में 31 अरावली के पहाड़ों के गायब होने की बात कही थी. उसके बाद सरकारी विभाग हरकत में आए. जिला कलेक्टर के आदेश पर अलवर में एक संयुक्त समिति बनाई थी. उसने सभी जगहों का सर्वे किया. जिसमें कई जगहों पर अवैध खनन मिला. ऐसे में अब विभाग खुद को बचाने के लिए अवैध खनन करने वालों से जुर्माना वसूल रहा है.

अलवर में नहीं थम रहा अवैध खनन
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Published : Jul 12, 2019, 10:18 PM IST

अलवर. जिले में खुलेआम अवैध खनन हो रहा है. अलवर से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक पत्थर रोड़ी व अन्य निर्माण कार्य में काम आने वाले सामान के दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, एनसीआर के शहरों में जाते है. रातों-रात अवैध खनन का खेल चलता है, लेकिन सरकारी विभाग यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि अलवर में अवैध खनन होता है.

हालांकि, कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने अलवर में अवैध खनन की बात कहते हुए अरावली के 31 पहाड़ गायब होने की बात कही थी तो वहीं एसएफआई ने सर्वे करते हुए अरावली में अलवर क्षेत्र में 224 जगहों पर अवैध खनन के पॉइंट चिन्हित किए थे. इसके बाद सरकारी विभागों की नींद टूटी. जिला कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व, खनन विभाग व वन विभाग की एक संयुक्त टीम बनाई गई थी.

अलवर में नहीं थम रहा अवैध खनन

इस टीम ने सभी 224 जगहों का सर्वे किया. इस दौरान 142 जगह वन क्षेत्र में पाई गई. जहां पर अवैध खनन के अवशेष मिले. इसके अलावा 83 जगह खनन विभाग के अधिकार क्षेत्र में मिली. इस पर खनन विभाग, खुद को बचाने के लिए जिन जगहों पर अवैध खनन मिला, वहां जुर्माना वसूल रहा है.

खनन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी जगह पर उनकी लिस्ट जारी की गई है. अब तक विभाग द्वारा 5 से 6 करोड़ रुपए वसूले जा चुके हैं. इसके अलावा खनन का अनुमान लगाते हुए संबंधित लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है. खनन विभाग के अधिकारी आरएन मंगल ने बताया कि वन विभाग को अवैध खनन प्वाइंटों की जानकारी दे दी गई है और कार्रवाई करने के लिए कहा गया है तो वहीं खनन विभाग के जिन क्षेत्रों में खनन के अवशेष मिले हैं. वहां विभाग द्वारा लीज जारी की गई है. ऐसे में लीज के अलावा अन्य खनन किए गए क्षेत्र को लेकर संबंधित पर जुर्माना लगाया जा रहा है.

अलवर. जिले में खुलेआम अवैध खनन हो रहा है. अलवर से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक पत्थर रोड़ी व अन्य निर्माण कार्य में काम आने वाले सामान के दिल्ली, गुड़गांव, फरीदाबाद, एनसीआर के शहरों में जाते है. रातों-रात अवैध खनन का खेल चलता है, लेकिन सरकारी विभाग यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि अलवर में अवैध खनन होता है.

हालांकि, कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने अलवर में अवैध खनन की बात कहते हुए अरावली के 31 पहाड़ गायब होने की बात कही थी तो वहीं एसएफआई ने सर्वे करते हुए अरावली में अलवर क्षेत्र में 224 जगहों पर अवैध खनन के पॉइंट चिन्हित किए थे. इसके बाद सरकारी विभागों की नींद टूटी. जिला कलेक्टर के निर्देश पर राजस्व, खनन विभाग व वन विभाग की एक संयुक्त टीम बनाई गई थी.

अलवर में नहीं थम रहा अवैध खनन

इस टीम ने सभी 224 जगहों का सर्वे किया. इस दौरान 142 जगह वन क्षेत्र में पाई गई. जहां पर अवैध खनन के अवशेष मिले. इसके अलावा 83 जगह खनन विभाग के अधिकार क्षेत्र में मिली. इस पर खनन विभाग, खुद को बचाने के लिए जिन जगहों पर अवैध खनन मिला, वहां जुर्माना वसूल रहा है.

खनन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि सभी जगह पर उनकी लिस्ट जारी की गई है. अब तक विभाग द्वारा 5 से 6 करोड़ रुपए वसूले जा चुके हैं. इसके अलावा खनन का अनुमान लगाते हुए संबंधित लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है. खनन विभाग के अधिकारी आरएन मंगल ने बताया कि वन विभाग को अवैध खनन प्वाइंटों की जानकारी दे दी गई है और कार्रवाई करने के लिए कहा गया है तो वहीं खनन विभाग के जिन क्षेत्रों में खनन के अवशेष मिले हैं. वहां विभाग द्वारा लीज जारी की गई है. ऐसे में लीज के अलावा अन्य खनन किए गए क्षेत्र को लेकर संबंधित पर जुर्माना लगाया जा रहा है.

Intro:अलवर।
अलवर जिले में अरावली की पहाड़ियों में खुलेआम अवैध खनन हो रहा है। लेकिन सरकारी विभागों के अधिकारी व प्रदेश सरकार इस बात को मानने के लिए तैयार नहीं है। कुछ समय पहले एसएफआई नहीं अरावली क्षेत्र का सर्वे किया। इस दौरान एसएफआई ने अलवर क्षेत्र में 225 जगहों पर अवैध खनन होने की बात कही थी। तो वही सुप्रीम कोर्ट ने भी अलवर में 31 अरावली के पार गायब होने की बात कही। उसके बाद सरकारी विभाग हरकत में आए। जिला कलेक्टर के आदेश पर अलवर में एक संयुक्त समिति बनाई गई। उसने सभी जगहों का सर्वे किया सभी जगह पर अवैध खनन मिले। ऐसे में अब विभाग खुद को बचाने के लिए अवैध खनन करने वाले लोगों से जुर्माना वसूल रहा है।


Body:अलवर में खुलेआम अवैध खनन हो रहा है। अलवर से प्रतिदिन सैकड़ों ट्रक पत्थर रोड़ी व अन्य निर्माण कार्य में काम आने वाले सामान के दिल्ली गुड़गांव फरीदाबाद एनसीआर के शहरों में जाते है। रातो रात अवैध खनन या खेल चलता है। लेकिन सरकारी विभाग यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि अलवर में अवैध खनन होता है।

कुछ समय पहले सुप्रीम कोर्ट ने अलवर में अवैध खनन की बात कहते हुए अरावली के 31 पहाड़ गायब होने की बात कही थी। तो वही एसएफआई ने सर्वे करते हुए अरावली में अलवर क्षेत्र में 225 जगहों पर अवैध खनन के पॉइंट चिन्हित किए थे। इसके बाद सरकारी विभागों की नींद टूटी जिला कलेक्टर के निर्देश पर पुलिस, राजस्व, खनन विभाग व वन विभाग की एक संयुक्त टीम बनाई गई।


Conclusion:इस टीम ने सभी 225 जगहों का सर्वे किया। इस दौरान 142 जगह वन क्षेत्र में पाई गई। जहां पर अवैध खनन के अवशेष मिले है। इसके अलावा 83 जगह खनन विभाग के अधिकार क्षेत्र में मिली। इस पर खनन विभाग खुद को बचाने के लिए जिन जगहों पर अवैध खनन मिला है। वहां जुर्माना वसूल रहा है।

खनन विभाग के अधिकारियों ने कहा कि सभी जगह पर उनकी लिस्ट जारी की गई है। अब तक विभाग द्वारा पांच से छह करोड रुपए वसूले जा चुके हैं। इसके अलावा खनन का अनुमान लगाते हुए लोगों पर जुर्माना लगाया जा रहा है। खनन विभाग के अधिकारी आरएन मंगल ने बताया कि वन विभाग को अवैध खनन की जानकारी दे दी गई है व कार्रवाई करने के लिए कहा गया है। तो वही खनन विभाग के जिन क्षेत्रों में खनन के अवशेष मिले हैं। वहां विभाग द्वारा लीज जारी की गई है। ऐसे में लीज के अलावा अन्य खनन हुए क्षेत्र पर जुर्माना लगाया जा रहा है।


बाइट- आरएन मंगल, एमई, खनन विभाग
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