बहरोड़ (अलवर). 30 अप्रैल को उदनवास गांव में एक निर्माणाधीन मकान में कृष्ण नाम के व्यक्ति की लाश मिली थी. मृतक की पत्नी ने 28 अप्रैल को पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी. जिसके बाद पुलिस ने मामले का पर्दाफाश करते हुए मृतक की पत्नी उर्मिला और दो युवकों को गिरफ्तार किया है. मृतक की पत्नी ने ही अपने पति की सुपारी दी थी. गिरफ्तार युवकों में एक युवक योगेश आरोपी पत्नी के ब्यूटी पार्लर में कॉस्मेटिक्स का सामान सप्लाई करने का काम करता था. और उसका उर्मिला की बेटी के साथा प्रेम-प्रसंग भी चल रहा था.
क्या है पूरा मामला
बहरोड़ के वार्ड 27 की रहने वाली उर्मिला ब्यूटी पार्लर का काम करती है. जिसका पति टैंपो चलाता था. उर्मिला के ब्यूटी पार्लर में सामान सप्लाई का काम करने वाले युवक योगेश का उनके घर आना-जाना था. योगेश का उर्मिला की बेटी के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था. जिसका पता उर्मिला को भी था. लेकिन जब इस बात का पता उर्मिला के पति कृष्ण को चला तो उसने इस पर आपत्ति की. वहीं उर्मिला का भी अपने देवर के साथ अवैध संबंध थे. जिसके बाद उर्मिला ने अपने पति को रास्ते से हटाने की सोची.
पढ़ें: भरतपुर: नाबालिग बालिका के साथ दुष्कर्म का प्रयास, विरोध करने पर हथियार से हमला
उर्मिला की बेटी जिसका सामान सप्लाई करने वाले योगेश के साथ प्रेम-प्रसंग चल रहा था उसने योगेश को बताया कि उसका पिता उन्हें जहर देकर मार सकता है. जिसके बाद उर्मिला ने योगेश के साथ मिलकर अपने पति की हत्या की साजिश रची. योगेश ने अपने साथी मोनू के साथ मिलकर माल लोडिंग के बहाने कृष्ण को बर्डोद नाम की जगह पर बुलाया और पीछे से उसपर कुल्हाड़ी से वार करके उसकी हत्या कर दी.
हत्या के बाद पत्नी पुलिस थाने गई और अपने पति की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई. पुलिस ने जब महिला और उसकी बेटी की कॉल डिटेल खंगाली तो उसमें एक संदिग्ध नंबर से 80 बार फोन आया हुआ था. यह नंबर योगेश का था. पुलिस ने शक के आधार पर योगेश से पूछताछ की तो पूरी साजिश का पर्दाफाश हुआ. पुलिस ने मृतक की पत्नी उर्मिला, योगेश और उसके साथी मोनू को गिरफ्तार कर लिया है.