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सेक्सटॉर्शन और डिस्कांउट के नाम पर बढ़ी ठगी, पांचवी पास बदमाश देश-विदेश के लोगों को बना रहे निशाना

देश की राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में शामिल अलवर का मेवात क्षेत्र ऑनलाइन ठगी को लेकर पूरे देश में कुख्यात हो चुका है. पुलिस के अनुसार इन दिनों सबसे ज्यादा सेक्सटॉर्शन और डिस्कांउट के लालच में लोग ठगी का शिकार हो रहे हैं. बीते डेढ़ में अलवर पुलिस ने 193 ऑनलाइन ठगी की घटनाएं करने वाले गैंग को पकड़ा है. इन ठगों के पास मिले मोबाइल से पता चला कि आरोपियों ने 20 हजार से ज्यादा लोगों से बातचीत की. ये ठग हजारों लोगों से करोड़ों रुपए की ठगी कर चुके (Thugs of Mewat done fraud of crores of rupees) हैं.

Thugs of Mewat done fraud of crores of rupees, hundreds of fraud incidents done by Alwar Bharatpur gangs
सेक्सटॉर्शन और डिस्कांउट के नाम पर बढ़ी ठगी, पांचवी पास बदमाश देश-विदेश के लोगों को बना रहे निशाना
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Published : Dec 26, 2022, 7:03 PM IST

Updated : Dec 26, 2022, 8:42 PM IST

ठगी का गढ़ बन रहा मेवात क्षेत्र, एसपी ने बताए इनसे बचने के तरीके

अलवर. देश में झारखंड के जामताड़ा के बाद अलवर व भरतपुर जिले का मेवात क्षेत्र ठगी का गढ़ बन गया है. परंपरागत ठगी के बाद अब यहां के पांचवी और आठवीं तक पढ़े बदमाश लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहे हैं. ये बदमाश देश के ही नहीं बल्कि विदेशी लोगों को भी आसानी से ठग लेते हैं. बीते डेढ़ साल में अलवर पुलिस ने 193 ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को करने वाली गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया. भरतपुर में भी 100 से ज्यादा गैंग पुलिस ने पकड़ी हैं. जांच में पता चला कि इन लोगों ने 20 हजार से ज्यादा लोगों को अपना निशाना बनाया.

बता दें कि मेवात क्षेत्र के बदमाश कुछ साल पहले सोने की ईंट व सोने के जेवरात, सिक्के बेचने के नाम पर टकलूबाजी करते थे. उसके बाद सेना के अधिकारी व सैनिक बनकर सस्ते दामों पर वाहन बेचने का लालच देकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने लगे. समय के साथ ठगी की घटनाओं में बदलाव हुआ. ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आने लगे. केवाईसी के नाम पर ठगी, एटीएम क्रेडिट कार्ड के नाम पर ठगी, बैंक खाता अपडेट सहित सैकड़ों ऐसे तरीके से ठग लोगों को ठगने लगे. जिनके नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी की घटनाएं हुई मेवात पूरे देश में बदनाम हुआ. मेवात में बैठकर ठगों ने विदेशों में रहने वाले लोगों को भी अपना निशाना बनाया.

पढ़ें: Rajasthan Cyber Fraud: सालभर में 45 हजार लोगों से 89 करोड़ की ठगी

बीते डेढ़ साल के दौरान अलवर पुलिस ने 193 ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को करने वाली गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया. इसी तरह से भरतपुर जिले में भी 100 से ज्यादा गैंग पुलिस ने पकड़ी है. पुलिस जांच पड़ताल में पता चला कि इन लोगों ने 20 हजार से ज्यादा लोगों से बातचीत की और उनको अपना निशाना बनाया. ठगी का ये आंकड़ा अब तक करोड़ों से पार हो चुका है. खास बात ये है कि मेवात क्षेत्र में ठगी के कॉल सेंटर चल रहे (Online call center for fraud in Mewat of Alwar) हैं. इन सेंटरों में शिफ्टों में लोग काम करते हैं. पांचवी और आठवीं तक पढ़े लिखे लोग हजारों लोगों को अपनी बातों के जाल में फंसा कर करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं. अलवर में पुलिस जांच पड़ताल के दौरान कई बड़े खुलासे हुए हैं.

पढ़ें: Suicide In Sextortion: ऐसा गिरोह जिसके पास ठगी का पैसा निकालने के लिए खुद का एटीएम था

गृह मंत्रालय ने बनाई समिति: मेवात के बिगड़ते हालात को देखते हुए गृह मंत्रालय ने एक समिति बनाई. जिसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व राजस्थान के पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया. संयुक्त टीम की जांच पड़ताल में कई बड़ी गैंग का खुलासा हुआ. उनकी मदद से पुलिस को बड़ी सफलता मिली. इस टीम को तकनीकी रूप से भी मजबूत किया गया है. पूरे देश के सर्वर को जोड़ते हुए एक सर्वर तैयार किया गया है. उस पर मोबाइल नंबर डालते ही उस नंबर से जिन लोगों को देश विदेश में विभिन्न ऐप की मदद से कॉल की जाती है. उसकी जानकारी भी सेकंडों में मिल जाती है.

कैसे करते हैं ठगी: पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि इस समय दो तरह की ठगी की घटनाएं सबसे ज्यादा हो रही हैं. ठग सेक्सटॉर्शन के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं. इसमें लड़की की फोटो की मदद से सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाया जाता है. उसके बाद उस अकाउंट से रिक्वेस्ट भेज कर लोगों से बातचीत का सिलसिला शुरू होता है. चैटिंग के दौरान फोन नंबर एक्सचेंज करके वीडियो कॉलिंग बातचीत की जाती है. इस दौरान ठग अश्लील वीडियो व बातें करके लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और बाद में उसकी रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपए लोगों से ऐंठते हैं. इसके अलावा ऑनलाइन गेमिंग शो व फ्री पास उपलब्ध कराने और शॉपिंग में छूट देने सहित कई अन्य तरीकों से लोगों के साथ ठगी हो रही है.

पढ़ें: बिना ओटीपी पूछे ही खातों में हो रही सेंधमारी, आधार को करें लॉक, नहीं तो खाते से गायब हो जाएंगे पैसे

सावधानी है जरूरी: पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि ऑनलाइन ठगी की घटनाएं लापरवाही के कारण होती हैं. ऐसे में हमें सावधान होने की आवश्यकता है. किसी भी लालच में ना फंसें. ऐसे किसी लिंक पर क्लिक ना करें, जिसके बारे में कोई जानकारी ना हो. अनजान व्यक्ति से फोन पर व चैटिंग पर बातचीत ना करें. साथ ही ऑनलाइन लेनदेन का पासवर्ड रिकॉर्ड भी स्ट्रांग रखें.

ठगी का गढ़ बन रहा मेवात क्षेत्र, एसपी ने बताए इनसे बचने के तरीके

अलवर. देश में झारखंड के जामताड़ा के बाद अलवर व भरतपुर जिले का मेवात क्षेत्र ठगी का गढ़ बन गया है. परंपरागत ठगी के बाद अब यहां के पांचवी और आठवीं तक पढ़े बदमाश लोगों को ऑनलाइन ठगी का शिकार बना रहे हैं. ये बदमाश देश के ही नहीं बल्कि विदेशी लोगों को भी आसानी से ठग लेते हैं. बीते डेढ़ साल में अलवर पुलिस ने 193 ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को करने वाली गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया. भरतपुर में भी 100 से ज्यादा गैंग पुलिस ने पकड़ी हैं. जांच में पता चला कि इन लोगों ने 20 हजार से ज्यादा लोगों को अपना निशाना बनाया.

बता दें कि मेवात क्षेत्र के बदमाश कुछ साल पहले सोने की ईंट व सोने के जेवरात, सिक्के बेचने के नाम पर टकलूबाजी करते थे. उसके बाद सेना के अधिकारी व सैनिक बनकर सस्ते दामों पर वाहन बेचने का लालच देकर ठगी की घटनाओं को अंजाम देने लगे. समय के साथ ठगी की घटनाओं में बदलाव हुआ. ऑनलाइन ठगी के मामले सामने आने लगे. केवाईसी के नाम पर ठगी, एटीएम क्रेडिट कार्ड के नाम पर ठगी, बैंक खाता अपडेट सहित सैकड़ों ऐसे तरीके से ठग लोगों को ठगने लगे. जिनके नाम पर करोड़ों रुपए की ठगी की घटनाएं हुई मेवात पूरे देश में बदनाम हुआ. मेवात में बैठकर ठगों ने विदेशों में रहने वाले लोगों को भी अपना निशाना बनाया.

पढ़ें: Rajasthan Cyber Fraud: सालभर में 45 हजार लोगों से 89 करोड़ की ठगी

बीते डेढ़ साल के दौरान अलवर पुलिस ने 193 ऑनलाइन ठगी की घटनाओं को करने वाली गैंग के सदस्यों को गिरफ्तार किया. इसी तरह से भरतपुर जिले में भी 100 से ज्यादा गैंग पुलिस ने पकड़ी है. पुलिस जांच पड़ताल में पता चला कि इन लोगों ने 20 हजार से ज्यादा लोगों से बातचीत की और उनको अपना निशाना बनाया. ठगी का ये आंकड़ा अब तक करोड़ों से पार हो चुका है. खास बात ये है कि मेवात क्षेत्र में ठगी के कॉल सेंटर चल रहे (Online call center for fraud in Mewat of Alwar) हैं. इन सेंटरों में शिफ्टों में लोग काम करते हैं. पांचवी और आठवीं तक पढ़े लिखे लोग हजारों लोगों को अपनी बातों के जाल में फंसा कर करोड़ों रुपए का चूना लगा रहे हैं. अलवर में पुलिस जांच पड़ताल के दौरान कई बड़े खुलासे हुए हैं.

पढ़ें: Suicide In Sextortion: ऐसा गिरोह जिसके पास ठगी का पैसा निकालने के लिए खुद का एटीएम था

गृह मंत्रालय ने बनाई समिति: मेवात के बिगड़ते हालात को देखते हुए गृह मंत्रालय ने एक समिति बनाई. जिसमें दिल्ली, उत्तर प्रदेश, हरियाणा व राजस्थान के पुलिस अधिकारियों को शामिल किया गया. संयुक्त टीम की जांच पड़ताल में कई बड़ी गैंग का खुलासा हुआ. उनकी मदद से पुलिस को बड़ी सफलता मिली. इस टीम को तकनीकी रूप से भी मजबूत किया गया है. पूरे देश के सर्वर को जोड़ते हुए एक सर्वर तैयार किया गया है. उस पर मोबाइल नंबर डालते ही उस नंबर से जिन लोगों को देश विदेश में विभिन्न ऐप की मदद से कॉल की जाती है. उसकी जानकारी भी सेकंडों में मिल जाती है.

कैसे करते हैं ठगी: पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि इस समय दो तरह की ठगी की घटनाएं सबसे ज्यादा हो रही हैं. ठग सेक्सटॉर्शन के नाम पर लोगों को ठग रहे हैं. इसमें लड़की की फोटो की मदद से सोशल मीडिया पर फर्जी अकाउंट बनाया जाता है. उसके बाद उस अकाउंट से रिक्वेस्ट भेज कर लोगों से बातचीत का सिलसिला शुरू होता है. चैटिंग के दौरान फोन नंबर एक्सचेंज करके वीडियो कॉलिंग बातचीत की जाती है. इस दौरान ठग अश्लील वीडियो व बातें करके लोगों को अपने जाल में फंसाते हैं और बाद में उसकी रिकॉर्डिंग सोशल मीडिया पर वायरल करने की धमकी देकर लाखों रुपए लोगों से ऐंठते हैं. इसके अलावा ऑनलाइन गेमिंग शो व फ्री पास उपलब्ध कराने और शॉपिंग में छूट देने सहित कई अन्य तरीकों से लोगों के साथ ठगी हो रही है.

पढ़ें: बिना ओटीपी पूछे ही खातों में हो रही सेंधमारी, आधार को करें लॉक, नहीं तो खाते से गायब हो जाएंगे पैसे

सावधानी है जरूरी: पुलिस अधीक्षक तेजस्विनी गौतम ने बताया कि ऑनलाइन ठगी की घटनाएं लापरवाही के कारण होती हैं. ऐसे में हमें सावधान होने की आवश्यकता है. किसी भी लालच में ना फंसें. ऐसे किसी लिंक पर क्लिक ना करें, जिसके बारे में कोई जानकारी ना हो. अनजान व्यक्ति से फोन पर व चैटिंग पर बातचीत ना करें. साथ ही ऑनलाइन लेनदेन का पासवर्ड रिकॉर्ड भी स्ट्रांग रखें.

Last Updated : Dec 26, 2022, 8:42 PM IST
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