भिवाड़ी (अलवर). किशनगढ़ बास पुलिस एवं डीएसटी ने जाली नोट बनाकर बाजार में चलाने वाले तीन आरोपियों को गिरफ्तार (three Youth arrest with fake currency in bhiwadi) किया है. पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से 26,000 रुपए के जाली नोट बरामद किए हैं. साथ ही नकली नोट बनाने में काम आने वाले प्रिंटर, कटर एवं छपाई के कागज व अन्य सामग्री भी जब्त की गई है. आरोपी अब तक 1 लाख रुपए बाजार में चला चुके हैं.
एसपी शांतनु कुमार ने बताया कि डीएसटी के कांस्टेबल गोपीचंद को सूचना मिली कि बोलनी निवासी जितेंद्र उर्फ जीतू पुत्र बुधराम अहीर किशनगढ़ बास के पास दो दो हजार रुपए के जाली नोट हैं. वह बाजार में चलाने की फिराक में खड़ा हुआ है. इस पर किशनगढ़ बास थानाधिकारी अमित कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे और उस व्यक्ति की तलाशी ली. उसकी जेब में दो दो हजार रुपए के कुल 9 नोट फर्जी पाए गए.
पूछताछ में पता चला कि ये जाली नोट उसी ने तैयार करवाए हैं. इस पर पुलिस ने जितेंद्र उर्फ जीतू को गिरफ्तार करके मामले की गहनता से जांच शुरू की. जांच के दौरान आरोपी जीतू के बताए गए स्थान पर इसी के गिरोह के अन्य 2 सदस्य बहरोड निवासी पवन व ओमपाल को नोट छापने के उपकरण व नकली नोट सहित गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस पूछताछ में पता चला कि यूपी निवासी निखिल व संजय 3 महीने पहले आरोपी ओमपाल के पास बहरोड आए थे. उन्होंने नकली नोट बनाकर बाजार में चलाने का प्लान बनाया था. इसी दौरान ओमपाल ने अपने मित्र बहरोड निवासी पवन को भी इस पूरे प्लान के बारे में बताकर उसे शामिल कर लिया. यूपी निवासी निखिल व संजय जाली नोट बनाने में माहिर हैं.
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पवन ने ही कलर प्रिंटर, कटर व नोट बनाने के कागज व अन्य सामग्री उपलब्ध करवाई थी. ओमपाल ने ही संजय व निखिल को नीमराणा में किराए का प्लॉट दिलवाकर वहीं से नकली नोट बनाकर बाजार में सप्लाई करने का कारोबार शुरू किया था. अभी तक ये लोग करीब 1 लाख रुपए के जाली नोट बाजार में चला चुके हैं. चार लाख रुपए के फर्जी नोटों को बाजार में चलाने का प्लान बना रहे थे. पुलिस ने जितेंद्र उर्फ जीतू पुत्र बुधराम, पवन पुत्र हरिराम, ओमपाल पुत्र करण सिंह कश्यप को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही यूपी निवासी निखिल व संजय की तलाश जारी है.