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ईटीवी भारत की खबर का हुआ असर, अलवर जंक्शन पर जीआरपी पुलिस ने कि यात्रियों की जांच पड़ताल - GRP Police alwar

ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. अलवर जंक्शन पर जीआरपी पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान की जांच पड़ताल की गई. वहीं स्टेशन पर गस्त भी की गई. जीआरपी थाना प्रभारी महेश जोशी ने ईटीवी सवांदाता से बातचीत को दौरान बताया कि आगे भी प्रतिदिन अलवर जंक्शन का गस्त व सामान की जांच पड़ताल जाएगी.

GRP police at Alwar junction investigate travelers
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Published : Aug 14, 2019, 3:52 AM IST

अलवर. ईटीवी भारत की खबर का असर होने के बाद अलवर जंक्शन पर जीआरपी पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान की जांच पड़ताल की गई.वही स्टेशन पर गस्त भी की गई.

अलवर जंक्शन पर यात्रियों की जांच पड़ताल

ए श्रेणी के अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता हैं. विभिन्न रूटों की ट्रेनों में अलवर जंक्शन से 35 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं. अलवर जंक्शन पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है तो वहीं अलवर जंक्शन को दो बार बम से उड़ाने की आतंकी धमकी का पत्र भी मिल चुका है. इन सब को देखते हुए ईटीवी भारत की तरफ से अलवर जंक्शन के हालातों पर खबर प्रकाशित की गई. इसके बाद जीआरपी रेलवे प्रशासन हरकत में आया व अलवर जंक्शन पर चेकिंग की गई.

पढ़ेंः अलवर मॉबलिंचिंग प्रकरण: पहलू खान हत्या मामले में 14 को आ सकता है फैसला

जीआरपी थाना पुलिस स्टाफ ने अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान चेक किए व लोगों से पूछताछ की.अलवर जंक्शन हमेशा से संवेदनशील जंक्शन रहा है. अलवर जंक्शन पर ना तो यात्रियों की चेकिंग के लिए मेटल डिटेक्टर है व सामान चेक करने के लिए बैग स्केनर भी नहीं है.जंक्शन पर जाने के दर्जनों रास्ते हैं. ऐसे भी कोई भी यात्री कोई भी सामान रखकर आसानी से अलवर जंक्शन से फरार हो सकता है.

पढ़ेंः अलवर : रेलवे पुलिस ने जंक्शन की सुरक्षा को किया अनदेखा

इन हालातों को देखते हुए पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है.तो वही 15 अगस्त व कश्मीर से धारा 370 हटने के चलते सुरक्षा इंतजाम बढाए गए हैं.

अलवर. ईटीवी भारत की खबर का असर होने के बाद अलवर जंक्शन पर जीआरपी पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान की जांच पड़ताल की गई.वही स्टेशन पर गस्त भी की गई.

अलवर जंक्शन पर यात्रियों की जांच पड़ताल

ए श्रेणी के अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता हैं. विभिन्न रूटों की ट्रेनों में अलवर जंक्शन से 35 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं. अलवर जंक्शन पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है तो वहीं अलवर जंक्शन को दो बार बम से उड़ाने की आतंकी धमकी का पत्र भी मिल चुका है. इन सब को देखते हुए ईटीवी भारत की तरफ से अलवर जंक्शन के हालातों पर खबर प्रकाशित की गई. इसके बाद जीआरपी रेलवे प्रशासन हरकत में आया व अलवर जंक्शन पर चेकिंग की गई.

पढ़ेंः अलवर मॉबलिंचिंग प्रकरण: पहलू खान हत्या मामले में 14 को आ सकता है फैसला

जीआरपी थाना पुलिस स्टाफ ने अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान चेक किए व लोगों से पूछताछ की.अलवर जंक्शन हमेशा से संवेदनशील जंक्शन रहा है. अलवर जंक्शन पर ना तो यात्रियों की चेकिंग के लिए मेटल डिटेक्टर है व सामान चेक करने के लिए बैग स्केनर भी नहीं है.जंक्शन पर जाने के दर्जनों रास्ते हैं. ऐसे भी कोई भी यात्री कोई भी सामान रखकर आसानी से अलवर जंक्शन से फरार हो सकता है.

पढ़ेंः अलवर : रेलवे पुलिस ने जंक्शन की सुरक्षा को किया अनदेखा

इन हालातों को देखते हुए पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है.तो वही 15 अगस्त व कश्मीर से धारा 370 हटने के चलते सुरक्षा इंतजाम बढाए गए हैं.

Intro:अलवर।
अलवर भी ईटीवी भारत की खबर का बड़ा असर सामने आया है। अलवर जंक्शन पर सुरक्षा को लेकर खबर प्रकाशित होने के बाद जीआरपी पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान की जांच पड़ताल की व स्टेशन पर गस्त की गई। इस दौरान उन्हें कहा कि आगे भी प्रतिदिन अलवर जंक्शन का गस्त व सामान की जांच पड़ताल जाएगी।


Body:ए श्रेणी के अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता हैं। विभिन्न रूटों की ट्रेनों में अलवर जंक्शन से 35 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं। अलवर जंक्शन पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है। तो वही अलवर जंक्शन को दो बार बम से उड़ाने की आतंकी धमकी का पत्र भी मिल चुका है। इन सब को देखते हुए ईटीवी भारत की तरफ से अलवर जंक्शन के हालातों पर खबर प्रकाशित की गई। इसके बाद जीआरपी रेलवे प्रशासन हरकत में आया व अलवर जंक्शन पर दस्त की गई। जीआरपी थाना पुलिस स्टाफ ने अलवर जंक्शन यात्रियों के सामान चेक किए व उससे पूछताछ की।


Conclusion:अलवर जंक्शन हमेशा संवेदनशील जंक्शन रहा है। अलवर जंक्शन पर ना तो यात्रियों की चेक के लिए मेटल डिटेक्टर है व सामान चेक करने के लिए बैग स्केनर भी नहीं है। जंक्शन पर जाने के दर्जनों रास्ते हैं। ऐसे भी कोई भी यात्री कोई भी सामान रखकर आसानी से अलवर जंक्शन से फरार हो सकता है। इन हालातों को देखते हुए पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है। तो वही 15 अगस्त व कश्मीर से धारा 370 हटा के चलते सुरक्षा इंतजाम बढाए गए हैं।

बाइट- महेश जोशी, जीआरपी थाना प्रभारी
पीटीसी-हिमांशु शर्मा
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