अलवर. ईटीवी भारत की खबर का असर होने के बाद अलवर जंक्शन पर जीआरपी पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान की जांच पड़ताल की गई.वही स्टेशन पर गस्त भी की गई.
ए श्रेणी के अलवर जंक्शन पर प्रतिदिन 80 से अधिक ट्रेनों का ठहराव होता हैं. विभिन्न रूटों की ट्रेनों में अलवर जंक्शन से 35 से 40 हजार यात्री सफर करते हैं. अलवर जंक्शन पर सुरक्षा के कोई इंतजाम नहीं है तो वहीं अलवर जंक्शन को दो बार बम से उड़ाने की आतंकी धमकी का पत्र भी मिल चुका है. इन सब को देखते हुए ईटीवी भारत की तरफ से अलवर जंक्शन के हालातों पर खबर प्रकाशित की गई. इसके बाद जीआरपी रेलवे प्रशासन हरकत में आया व अलवर जंक्शन पर चेकिंग की गई.
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जीआरपी थाना पुलिस स्टाफ ने अलवर जंक्शन पर यात्रियों के सामान चेक किए व लोगों से पूछताछ की.अलवर जंक्शन हमेशा से संवेदनशील जंक्शन रहा है. अलवर जंक्शन पर ना तो यात्रियों की चेकिंग के लिए मेटल डिटेक्टर है व सामान चेक करने के लिए बैग स्केनर भी नहीं है.जंक्शन पर जाने के दर्जनों रास्ते हैं. ऐसे भी कोई भी यात्री कोई भी सामान रखकर आसानी से अलवर जंक्शन से फरार हो सकता है.
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इन हालातों को देखते हुए पुलिस की तरफ से अलवर जंक्शन पर सुरक्षा व्यवस्था बढ़ाई गई है.तो वही 15 अगस्त व कश्मीर से धारा 370 हटने के चलते सुरक्षा इंतजाम बढाए गए हैं.