अलवर. भारत सरकार की तरफ से अलवर के ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज, आइटीबीपी कैंप और आर्म फोर्स कैंप को चीन से आने वाले लोगों के लिए चिन्हित किया गया था. यहां पर सभी लोगों को ऑब्जर्वेशन में रखने की व्यवस्था है. दो फ्लाइटों में आए लोगों को आइटीबीपी में भेजा गया.
जबकि ईएसआईसी मेडिकल कॉलेज भवन में अभी तक किसी को शिफ्ट नहीं किया गया है. लेकिन उसके बाद भी ईएसआईसी अस्पताल में तैनात स्टाफ पूरे अलर्ट पर है. आने वाले संकट को देखते हुए ईएसआईसी की तरफ से 31 सदस्यों की टीम लगाई गई है. इसमें जयपुर, झुंझुनू, उदयपुर सहित कई जगह से मेडिकल स्टाफ अलवर में लगाया गया था.
एक सप्ताह से सभी यहां तैनात हैं और 24 घंटे अपनी ड्यूटी कर रहे हैं. लेकिन अभी तक यहां लोगों को शिफ्ट करने की सूचना नहीं मिली है. 300 लोगों के रहने की पूरी व्यवस्था करने में लाखों रुपए का खर्चा आया है. रातों रात लोगों को रहने के लिए नए गद्दे मंगवाए गए थे. दोनों भावनाओं में गीजर प्रत्येक व्यक्ति के रहने के लिए अलग इंतजाम सहित होटल जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई गई. लेकिन भारत सरकार की तरफ से अभी तक तीसरी फ्लाइट नहीं भेजी गई है.