अलवर. सरिस्का में 23 किलोमीटर लंबे एलिवेटेड रोड के निर्माण के लिए डीपीआर बनाने की प्रक्रिया शुरू की गई है. यह एलिवेटेड रोड सरिस्का के कोर एरिया नटनी का बारा से थानागाजी के थैंक्यू बोर्ड तक पूरी तरह खंभों पर बनेगा. एलिवेटेड रोड बनने के बाद सरिस्का के जंगल में बाघ, पैंथर व अन्य वन्यजीव सहज विचरण कर सकेंगे. आए दिन होने वाले हादसों में कमी आएगी. साथ ही लोगों का सफर सुहाना होगा. साथ ही अलवर-जयपुर के बीच दूरी भी कम हो जाएगी.
एलिवेटेड रोड निर्माण के लिए हाईवे अथॉरिटी की ओर से निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली गई है. एलिवेटेड रोड की डीपीआर बनाने के लिए 86 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की गई (Rs 86 lakh for DPR of Sariska elevated road) है. डीपीआर को तैयार करने के लिए एक साल की समयावधि तय की गई है. डीपीआर के लिए टेंडर खोले जा चुके हैं. निविदा के अनुमोदन के लिए फाइल सरकार को भेजी गई है. सब कुछ ठीक रहा तो जल्दी ही डीपीआर का काम शुरू हो जाएगा. डीपीआर बनने के बाद सड़क बनाने की प्रक्रिया शुरू होगी. उसके लिए टेंडर निकाले जाएंगे.
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लोगों को मिलेगा फायदा: सरिस्का के अधिकारियों ने बताया कि एलिवेटेड रोड बनने से अलवर-जयपुर के बीच सफर करने वाले लोगों को फायदा मिलेगा. लोग आसानी से कम समय में अलवर-जयपुर का सफर कर सकेंगे. साथ ही एलिवेटेड रोड के ऊपर से सरिस्का के जंगल का भी आनंद ले सकेंगे. अलवर-जयपुर सड़क मार्ग अभी सरिस्का जंगल के बीच से होकर गुजरता है. जिसके चलते प्रतिदिन हादसों के दौरान वन्यजीवों की मौत होती है. ऐसे में एलिवेटेड रोड बनने के बाद वन्यजीवों की जान बच सकेगी.