बहरोड़ (अलवर). पिछली भाजपा सरकार में बजट घोषणा के बाद बहरोड़ के ढिंढोर हरियाणा बॉर्डर से लेकर कुंड हरियाणा बॉर्डर तक बनने वाले स्टेट हाइवे का काम शुरू हुआ था, जो पिछले दो साल से अधूरा है. जिससे यहां से गुजरने वाले लोगों को रोज मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.
बता दें कि सड़क में जगह-जगह बने गड्ढे बने है. वाहन चालकों का कहना है कि इस सड़क से गुजरना बहुत ही मुश्किल हो रहा है, जब वाहन इस सड़क से गुजरते हैं तो धूल उड़ती है और हालात खराब हो जाती है. जबकि रात के समय एक तो उड़ती हुई धूल और दूसरी तरफ से बड़े वाहनों की लाइट सीधी आंखों में पड़ती है. जिससे कुछ भी दिखाई नहीं देता है और कई बार दुर्घटना घट जाती है.
आपको बता दें कि गंडाला, माजरी, भीटेडा, भीमपुरा, कान्हवास, मांडण सहित कई गांवों के लोग रोजाना इस अधुरी सड़क से सफर करते हैं. वहीं बच्चों ने बताया कि किस तरह से उनको स्कूल जाते समय मुसीबत होती है. उन्होंने बताया कि हम स्कूल के लिए निकलते हैं तो स्नान करके निकलते हैं लेकिन रास्ते में ही हालत खराब हो जाती है.
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बता दें कि इस सड़क मार्ग से रोजाना काफी विद्यार्थी शिक्षा ग्रहण करने के लिए विभिन्न शिक्षण संस्थानों में जाते हैं. सड़क की हालत करीब दो साल से दयनीय बनी हुई है. संबंधित विभाग के अधिकारी समस्या को जानते हुए भी अनजान बने हुए हैं.
एक बाइक सवार ने कहा कि टूटी सड़क पर रोजाना दुपहिया वाहन चालक गिरकर चोटिल हो रहे हैं. धुंध और घने कोहरे के कारण समस्या और बढ़ जाती है. वहीं बहरोड़ उपखण्ड अधिकारी संतोष कुमार मीणा से इस बारे में बात की गई तो उन्होंने कैमरे के सामने तो बोलने से मना कर दिया, लेकिन बाद में कहा कि वह अभी आए हैं और निर्माण कंपनी से बात करके आपको बताएंगे.