अलवर. दिल्ली-जयपुर के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन का संचालन जारी है. ट्रेन फुल चल रही है, जिसके कारण यात्रियों को वेटिंग टिकट लेना पड़ रहा है. ऐसे में रेलवे ने राजस्थान में दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. लेकिन रूट का निर्धारण यात्री भार के अनुसार तय किया जाएगा. रेलवे के अधिकारियों की मानें तो जिस रूट पर अधिक यात्री सफर करते हैं, उसी रूट पर ट्रेन चलाई जाएगी.
वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन लोगों को पसंद आ रही है. दिल्ली-जयपुर के बीच शताब्दी, राजधानी व डबल डेकर ट्रेन के संचालन के बाद भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन फुल चल रही है. जिसके कारण यात्रियों को सफर के लिए इंतजार करना पड़ रहा है. वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को मिल रहे यात्री भार को देखते हुए रेलवे ने राजस्थान में दो नई वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने का फैसला लिया है. इसके लिए जयपुर-उदयपुर, जयपुर-जोधपुर, उदयपुर-अहमदाबाद, जयपुर-इंदौर सहित कुछ रूटों का चयन किया गया है.
इन रूटों पर रेलवे का सर्वे चल रहा है. जिस रूट पर ट्रेन को यात्री भार अधिक मिलेगा. उसी रूप पर ट्रेन का संचालन किया जाएगा. रेलवे के अधिकारियों ने कहा की राजस्थान में सभी जगह पर डबल डेकर ट्रेन के अनुसार विद्युत की लाइन डाली गई है. जयपुर जोधपुर रेल मार्ग पर हाईराइज विद्युत की लाइन डालने का काम चल रहा है. जून माह तक यह पूरा हो जाएगा.
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बीते दिनों रेल मंत्री ने अपने एक बयान में कहा वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन को लोग पसंद कर रहे हैं. चेयर कार के बाद अब जल्द ही स्लीपर कोच भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन में नजर आएंगे. इसके लिए एक कंपनी को कोच बनाने का टेंडर दिया गया है. चेन्नई में कंपनी की तरफ से इस दिशा में काम भी शुरू कर दिया गया है. सबसे पहले कोच के डिजाइन तैयार किए जाएंगे. कोच का डिजाइन रेलवे से अप्रूवल होने के बाद मैटीरियल रेल मंगवाया जाएगा व हल्के स्लीपर कोच तैयार किए जाएंगे.
दूसरी तरफ कोटा को भी वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन से जोड़ने के लिए रेलवे तैयारी कर रहा है. कोटा से मुंबई के बीच वंदे भारत एक्सप्रेस ट्रेन चलाने की संभावना है. इसकी तैयारी पूरी कर ली गई है. रेलवे के अधिकारियों की मानें तो राजस्थान पर इस समय सबसे ज्यादा फोकस है. रेलवे बजट में भी सबसे ज्यादा बजट राजस्थान को दिया गया, तो उसके बाद भी राजस्थान में सबसे ज्यादा रेलवे की योजनाओं पर काम हो रहा है.