अलवर. जिले में प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत गुरुवार को प्रचार रथ रवाना किया गया है. इस प्रचार रथों को जिला मुख्यालय स्थित कृषि भवन से श्रम राज्यमंत्री टीकाराम जूली और अतिरिक्त जिला कलेक्टर प्रथम रामशरण शर्मा ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. यह रथ जिले की सभी तहसीलों में पहुंचकर किसानों को फसल बीमा के फायदे और उससे जुड़ने की प्रक्रिया की जानकारी देंगे.
श्रम राज्य मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि इस योजना के तहत किसानों को मामूली रकम देनी पड़ती है. इसके अलावा आधी राशि केंद्र सरकार और आधी राज्य सरकार की ओर से दी जाती है. साथ ही उन्होंने कहा कि जब कभी भी ओलावृष्टि व अनावृष्टि से फसल का नुकसान होता है तो सरकार द्वारा दिए गए प्रीमियम के आधार पर सर्वे कर किसान को उसकी फसल का मुआवजा मिल जाता है.
जूली ने कहा कि अभी फिलहाल कोविड-19 के तहत राज्य सरकार ने अलग से कोई योजना शुरू नहीं की है और इसी योजना में अपना अंशदान दे रही है. उन्होंने कहा कि इस योजना में जहां किसान को फायदा है, वहीं बीमा कंपनियों को भी काफी मुनाफा होता है. जिसके चलते वह किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ देती है. साथ ही उन्होंने कहा कि जिले में नौ रथ किसानों को जागृत करेंगे और प्रत्येक किसान को फसल बीमा के फायदे के बारे में बताया जाएगा.
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कृषि विभाग के उप निदेशक पीसी मीणा ने बताया कि 13 दिसंबर तक किसान फसल का बीमा कराने या फिर नहीं कराने की सूचना अपनी बैंक को दे सकते हैं. इन रवाना किए गए रथों के माध्यम से हर तहसील में जाकर किसानों को बीमा की जानकारी दी जाएगी. इस मौके पर कृषि उपनिदेशक पीसी मीणा, एलडीएम कमलेश कुमार, नाबार्ड के जिला प्रबंधक प्रदीप चौधरी सहित बीमा कंपनी के प्रतिनिधि मौजूद रहे.