भिवाड़ी (अलवर). जिले का सबसे व्यस्त और मुख्य नाका इस समय कोविड-19 महामारी के चलते लगाया गया है. इस कोविड चैक पोस्ट पूरी रात अंधेरा रहता है. जिससे ड्यूटी कर रहे जवानों को पूरी रात भर अंधेरे का सामना करते हुए अपने जिम्मेदारी को निभाना पड़ता है. जोकि पुलिसकर्मियों के लिए जोखिम भरा हो सकता है. क्योकि अंधेरे के चलते आनेजाने वालों के दस्तावेज और पास आदि चैक करने के लिए बेहद नजदीक भी आना पड़ता है किससे संक्रमण फैलने का भी अंदेशा है.
यहां रात भर उचित उजाले की व्यवस्था नहीं होने के कारण आने जाने वालों के न हीं तो उचित रूप से कागजात आदि चेक हो पाते हैं और न ही असामाजिक तत्वों और आपराधिक प्रवृत्ति के लोगों पर पैनी नजर रखी जा सकती है. ऐसे में पुलिस के जवानों की जज्बे की बात करें तो इस तरह की समस्याओं के बावजूद भी वो अपनी ड्यूटी पूरी जिम्मेदारी के साथ निभा रहे हैं.
भिवाड़ी मोड़ जो कहने को तो हरियाणा, दिल्ली और एनसीआर की तरफ से आने पर राजस्थान में प्रवेश करने के लिए भिवाड़ी से ही गुजरना पड़ता है इसीलिए इस नाके को राजस्थान का सिंह द्वार भी कहा जाता है. लेकिन यह सिंह द्वार इन दिनों पूरी तरह से अंधेरे में डूबा हुआ है. जहां पर जवानों को ड्यूटी करने के लिए बड़ी जद्दोजहद करनी पड़ती है.
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गौरतलब है कि भिवाड़ी मोड़ को बीड़ा की ओर से के सौंदर्यीकरण किए जाने को लेकर लंबे समय पूर्व यहां पर लगी हाई मास्ट लाइट को हटा दिया गया था. यहां आज तक न हीं तो सौंदर्य करण हो पाया और ना ही लाइट या उचित उजाले की व्यवस्था हो पाई.
इस ही नाके से भिवाड़ी स्थित उद्योगों में काम करने के बाद रात भर श्रमिकों का उद्योगों से घर और घर से उद्योग में आना और जाना लगा रहता है. बरहाल यहां देखने वाली बात यह रहेगी कि संबिधित विभाग इस अंधेरे को दूर कर पाता है या नहीं.