बहरोड़ (अलवर). जिले के बहरोड़ थाने पर एक साल पहले हरियाणा के मोस्ट वांटेड बदमाश पपला गुर्जर के साथियों ने ताबड़तोड़ एके-47 राइफल से फायरिंग की थी. इस दौरान लॉकअप में बंद पपला गुर्जर को छुड़ाकर ले गए थे. राजस्थान हरियाणा उत्तर प्रदेश में दिल्ली राज्य की पुलिस लगातार पपला को पकड़ने के लिए दबिश देती रही है, लेकिन अब तक पुलिस को कोई सफलता हाथ नहीं लगी है.
अलवर पहुंचे जयपुर रेंज के आईजी ने कहा कि पपला अपने पुराने साथियों के संपर्क में नहीं है इसलिए अभी तक पुलिस को कोई सुराग नहीं मिला है. साल 2019 के सितंबर माह में बहरोड़ थाने पर ताबड़तोड़ फायरिंग हुई. इस दौरान कई गाड़ियों में आए बदमाशों ने अंधाधुन पुलिसकर्मियों पर थाने पर गोलियां बरसाई. लॉकअप में बंद अपने साथी बदमास पपला गुर्जर को छुड़ाकर ले गए. उसके बाद इस घटना ने राजस्थान पुलिस की खासी किरकिरी की.
बता दें कि राजस्थान में इस तरह का ये पहला मामला था. पुलिस की तरफ से पपला को पकड़ने के लिए हर संभव प्रयास किए गए. कई टीमें बनाई गई. राजस्थान पुलिस के अलावा हरियाणा उत्तर प्रदेश और दिल्ली की पुलिस टीम में भी पपला को पकड़ने में लगी रही. कई जगह पर पुलिस की तरफ से दबिश दी गई, लेकिन पपला को पकड़ने में पुलिस नाकाम रही.
जयपुर रेंज के आईजी एस सेंगथिर ने कहा कि पपला को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं. पपला पुराने साथियों के संपर्क में नहीं है. इसके अलावा उसकी कोई गतिविधि भी नहीं चल रही है. पुलिस की तरफ से पपला को पकड़ने के लिए लगातार दबिश दी जा रही है. अब भी पुलिस की टीमें पपला को पकड़ने में जुटी हुई है.
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इसके साथ ही हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के साथ मिलकर लगातार पुलिस टीमें पपला की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन जिस तरह के हालात नजर आ रहे हैं उसमें साफ है कि पपला गुर्जर को या तो राजनीतिक संरक्षण मिला हुआ है या पपला देश से बाहर किसी सुरक्षित स्थान पर पहुंच गया है. इसलिए पुलिस उस तक नहीं पहुंच पा रही है. हालांकि आईजी ने कहा कि पपला को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा. पुलिस के प्रयास लगातार जारी है.