अलवर. जिले में पंचायत चुनाव की सरगर्मी तेज हो रही है. नामांकन जमा करने की तारीख समाप्त हो चुकी है. शनिवार को स्क्रीनिंग की प्रक्रिया चल रही है. ऐसे में अलवर के मालाखेड़ा का एक वार्ड ऐसा है. जहां केवल एक ही नामांकन पत्र दखिल किया गया. फार्म की स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद इस वार्ड में जिस उम्मीदवार का फार्म जमा हुआ है, उसे निर्विरोध जीता हुआ मान लिया जाएगा.
अलवर में पंचायत चुनाव का शोर शराबा सुनाई दे रहा है. भाजपा व कांग्रेस ने पूरी ताकत झोंक दी है. दोनों ही पार्टियां अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रही हैं. साथ ही सभी सीटें जीतने का भी दावा कर रहीं हैं. पंचायत चुनाव में चुनाव लड़ने के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 8 अक्टूबर थी. अलवर कलेक्ट्रेट में शनिवार को सभी फॉर्म की स्क्रीनिंग चल रही है.
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इसी बीच एक हैरत वाली बात ये सामने आई है कि जिले के मालाखेड़ा पंचायत समिति के वार्ड नंबर 2 से कांग्रेस उम्मीदवार अलमदी ने फार्म जमा किया. इस वार्ड से भाजपा ने भी अपना उम्मीदवार उतारा था. उम्मीदवार प्रक्रिया के तहत अपना आवेदन पत्र जमा करने एसडीएम कार्यालय पहुंचा, लेकिन फिर उसने नामांकन पत्र जमा नहीं किया. ऐसे में वार्ड नंबर 2 से केवल कांग्रेस प्रत्याशी अलमदी चुनाव मैदान में है.
मालाखेड़ा एसडीएम ने बताया कि फार्म की स्क्रीनिंग प्रक्रिया पूरी होने के बाद अलमदी को निर्विरोध जीता हुआ घोषित कर दिया जाएगा. ऐसे में यह पूरा मामला जिले के अंदर चर्चा का विषय बना हुआ है. भाजपा पदाधिकारियों ने कहा कि उन्होंने टिकट दिया है और उम्मीदवार ने फार्म जमा करने की बात भी कही थी. ऐसे में साफ है कि एक तरफ जहां चुनाव को लेकर मारामारी हो रही है. कांग्रेस और भाजपा ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है, वहीं चुनाव के दौरान किस्मत का खेल भी नजर आ रहा है. हालांकि कुछ लोग इस पूरे मामले को योजनाबद्ध तरह से दिलाई गई जीत भी बता रहे हैं.
भाजपा को झटका, वार्ड 19 के प्रत्याशी का नामांकन खारिज
जिला परिषद चुनाव में भाजपा को चुनाव से पहले ही झटका लगा है. वार्ड नंबर 19 में भाजपा प्रत्याशी का नामांकन पत्र कैंसिल हो गया है. भाजपा की तरफ से सिंबल की जो सूची प्रशासन को दी गई उसमें प्रत्याशी के पिता का नाम गलत था जिसके चलते जिला प्रशासन ने नामांकन पत्र को खारिज कर दिया है.
पंचायत चुनाव में कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टियां अपना जिला प्रमुख बनाने का दावा कर रहीं हैं. पार्टी के दिग्गज नेता ग्रामीण क्षेत्र में लगातार चुनाव प्रचार कर रहे हैं तो वहीं दूसरी तरफ जिला प्रशासन की तरफ से भी शांतिपूर्ण चुनाव संपन्न कराने के दावे किए जा रहे हैं. शनिवार को नामांकन पत्रों की स्क्रीनिंग की गई जिसमें भाजपा को बड़ा झटका लगा है. जिला परिषद के वार्ड नंबर 19 से भाजपा प्रत्याशी जितेंद्र मीणा का नामांकन पत्र कैंसिल कर दिया गया है.
जिला प्रशासन के अधिकारियों ने बताया कि भाजपा की तरफ से प्रत्याशियों के सिंबल की सूची दी गई थी. उसमें प्रत्याशी के पिता का नाम गलत था. जिसके आधार पर उनका नामांकन पत्र रद्द किया गया है. जबकि भाजपा का आरोप है कि कांग्रेस ने उनका नामांकन पत्र रद्द कर आया है. प्रशासन सरकार के दबाव में काम कर रहा है. इसके अलावा भाजपा की तरफ से प्रशासन पर भी कई गंभीर आरोप लगाए गए.
वार्ड 15 में एक भी प्रत्याशी नहीं बचा
अलवर पंचायत समिति उमरैण का एक वार्ड ऐसा भी है, जहां नामांकन पत्रों की संवीक्षा के बाद एक भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में नहीं बचा है, यानि एक वार्ड प्रत्याशी के अभाव में खाली रह गया. पंचायत समिति उमैरण के वार्ड 15 में तीन प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था. शनिवार को नामांकन पत्रों की जांच में तीनों प्रत्याशियों के नामांकन तकनीकी कमी के चलते निरस्त कर दिए गए. इस वार्ड में तीनों प्रत्याशियों के प्रस्तावक वार्ड नं. 14 के थे, जबकि निर्वाचन आयोग के नियमानुसार प्रत्याशी के प्रस्तावक उसी वार्ड के होने जरूरी हैं, जिस वार्ड से वह चुनाव लड़ रहा है.