बानसूर (अलवर). मौसम में बदलाव होते ही बीमारियों ने बानसूर में पैर पसारना शुरू कर दिया है. बानसूर कस्बे में स्थित ढाणी नोंदावाली में डेंगू का एक मामला सामने आया है. जिसमें 28 सितंबर को डॉ. श्रीराम ने शीला नाम की महिला को डेंगू होने की पुष्टि की थी, जिसको बानसूर से जयपुर के लिए रेफर किया गया था. लेकिन 29 सितंबर को जयपुर में इलाज के दौरान महिला की मौत हो गई.
बता दें कि महिला की मौत से बानसूर हॉस्पिटल में चिकित्सा विभाग में हड़कंप मच गया. जिसके चलते डॉक्टरों ने टीम गठित कर ढाणी नोंदावाली में जाकर फॉगिंग करवाई और लोगों के सैंपल लिए. आज की स्थिति की बात करें तो लगभग 19 से 20 ऐसे मामले हैं जो डेंगू पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें से तीन का कोटपूतली और 6 का जयपुर में इलाज जारी है.
वहीं 5 से 6 जनों का बानसूर के एक निजी हॉस्पिटल में इलाज चल रहा है. जिसमें बच्चे, पुरुष और महिलाएं भी शामिल हैं और दो लोगों को उपचार कर छुट्टी दे दी गई. बता दें कि दिन प्रतिदिन डेंगू बुखार से पीड़ित लोगों की संख्या बढ़ रही है. चिंता का विषय यह है कि इतनी तेजी से फैलते डेंगू बुखार से स्थानीय लोग घबराए हुए हैं.
स्थानीय लोगों का कहना है कि फॉगिंग के अलावा कुछ नहीं किया जा रहा. ना ही स्लाइड ली जा रही है और ना ही कोई दवाई दी गई है. ढाणी में मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है. लेकिन स्थानीय प्रशासन की ओर से कोई सहायतार्थ नहीं दी गई.
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चिकित्सा विभाग के बीसीएमओ श्रीराम शर्मा ने बताया कि हमारी टीम मॉनिटरिंग कर दोबारा से लगातार ढाणी में जाकर फॉगिंग व स्लाइड कलेक्शन की जा रही है और एमएलओ कैमीफोस डाला जा रहा है. आसपास के लोगों की स्लाइड ली जा रही है. फिलहाल एक डॉक्टर दो एएनएम के जरिए जांच की जा रही है.