अलवर. नर्सेज के पद नाम परिवर्तन की मांग को लेकर राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रांतीय आह्वान पर नर्सिंग कर्मी 12 मई को नर्सेज दिवस को आक्रोश दिवस के रूप में मनाएंगे और उस दिन मरीजों के हित को देखते हुए एक घंटा अधिक कार्य करेंगे. वहीं पदनाम परिवर्तन की मांग को लेकर सोमवार को सामान्य चिकित्सालय, महिला चिकित्सालय और शिशु चिकित्सालय में नर्सेज कर्मियों ने काली पट्टी बांधकर कार्य किया.
कार्यकारी प्रदेश अध्यक्ष प्रेम पटेल ने बताया कि पदनाम परिवर्तन की मांग को लेकर पिछले कई साल से उनके ओर से मांग की जा रही है. उनकी है मांग है कि अनेक राज्य व केंद्र शासित प्रदेशों में नर्स ग्रेड 2 को नर्सिंग ऑफिसर नर्स ग्रेड प्रथम को सीनियर नर्सिंग ऑफिसर नर्सिंग ट्यूटर को राजपत्रित अधिकारी का दर्जा दिया हुआ है. इस तरह की 11 सूत्रीय मांगे सरकार के समक्ष नर्सेज कर्मियों ने रखी है लेकिन सरकार की ओर से अभी तक उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं किया गया है. इसको लेकर उनकी ओर से कई बार आंदोलन किए गए लेकिन अब कोरोना महामारी के चलते गांधीवादी तरीके से आने वाली 12 मई को नर्सेज दिवस को आक्रोश दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
उसी के चलते सोमवार और मंगलवार को काली पट्टी बांधकर कार्य किया जाएगा. 12 मई को नर्सेज दिवस को आक्रोश दिवस मनाते हुए मरीजों के हित को ध्यान में रखते हुए एक घंटा अधिक कार्य किया जाएगा. एसोसिएशन की मांग है कि नर्सेज की पद नाम परिवर्तन की मांग को शीघ्र लागू किया जाए और यही कार्य मंगलवार को भी नर्सिंग कर्मियों की ओर से किया जाएगा.