रामगढ़ (अलवर). रामगढ़ थाना क्षेत्र के गांव डोली स्थित जय कॉलोनी में शीतला माता मंदिर से माता शीतला की मूर्ति खंडित कर कुएं में फेकने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. हालांकि, थाना पुलिस ने पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए घटना के कथित चार नाबालिग बच्चों को निरुद्ध कर संप्रेषण गृह भेज दिया है.
मामले को लेकर क्षेत्र के ग्रामीण सहित पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा का आरोप है कि पुलिस आरोपियों के साथ मिलीभगत कर असली आरोपियों को बचाने के लिए उनके परिवार के नाबालिग बच्चों को निरुद्ध कर घटना को रफा-दफा करने का प्रयास कर रही है. इसका पूरी ताकत के साथ विरोध करते हुए पूर्व विधायक ने रामगढ़ थाने का गुरुवार को घेराव और धरना देने की चेतावनी दी थी. लेकिन डीएसपी साउथ ओमप्रकाश मीणा और थाना अधिकारी रामनिवास मीणा के आश्वासन के बावजूद गुरुवार देर शाम रामगढ़ थाना पहुंचे. यहां थाना अधिकारी को चेतावनी के साथ धरना स्थगित कर दिया गया है.
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पूर्व विधायक रहे आहूजा ने कहा, यदि एक महीने में घटना के असली आरोपियों को पुलिस ने नहीं पकड़ा तो क्षेत्र के हजारों लोगों के साथ पुलिस प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन होगा. जो उचित कार्रवाई नहीं होने तक जारी रहेगा. पूर्व विधायक ने कहा, समुदाय विशेष के लोगों ने मेवात हरियाणा के 103 गांवों को षड्यंत्र रचते हुए हिंदू विहीन कर दिया है. लेकिन राजस्थान में ऐसे जिहादी लोगों के मंसूबों को कायम नहीं होने दिया जाएगा.
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आहूजा ने कहा, रामगढ़ थाना क्षेत्र के डोली गांव की यह घटना भी उसी मंसूबे का नतीजा है. लेकिन हम अपने क्षेत्र की एकता और संप्रदायिकता भाईचारे को किसी भी कीमत पर खत्म नहीं होने देंगे. इस दौरान हेतराम शर्मा, कैलाश खंडेलवाल, गौरव सोनी, और लोकेश कुकरेजा इत्यादि लोग मौजूद रहे.