अलवर. राज ऋषि भर्तहरि विश्वविद्यालय में भ्रष्टाचार की शिकायत के बाद श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने यूनिवर्सिटी का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान नाराज मंत्री ने कर्मचारियों को यूनिवर्सिटी के अधिकारियों को जमकर लताड़ लगाई.
इस दौरान छात्रों ने श्रम मंत्री टीकाराम जूली से यूनिवर्सिटी में भ्रष्टाचार की जांच जांच उच्च स्तरीय कमेटी से कराने की मांग की है. श्रम मंत्री ने उच्च शिक्षा मंत्री को बताया कि यहां निजी कॉलेजों के नियमों को ताक में रखकर मान्यता दी जा रही है. निजी कॉलेज संचालकों के द्वारा भ्रष्टाचार कर प्रैक्टिकल में छात्रों को 50 में से 50 अंक दे रहे हैं, जबकि पर्यवेक्षक के द्वारा कम अंक दिए गए थे. उसकी मार्किंग लिस्ट ही बदल दी गई थी. उस मामले में कॉलेज पर कार्रवाई करने के बजाय 2 लाख का जुर्माना लगाकर नोटिस देकर छोड़ दिया और कॉलेज प्रबंधन ने आज तक जुर्माने की राशि भी जमा नहीं करवाई है. इस तरह की फर्जी मार्कशीट और अन्य कई तरह के भ्रष्टाचार फैले हुए हैं.
श्रम मंत्री टीकाराम जूली ने बताया कि यूनिवर्सिटी में अभी तक परिणाम घोषित नहीं किए गए हैं. जिसकी वजह से छात्रों को दिल्ली और जयपुर सहित अन्य यूनिवर्सिटी में प्रवेश नहीं मिल पा रहा है. देश के ज्यादातर यूनिवर्सिटी में प्रवेश प्रक्रिया पूरी हो चुकी है और यहां छात्र परिणाम का इंतजार में बैठे हुए हैं. उन्होंने कहा यूनिवर्सिटी भ्रष्टाचार का अड्डा बन गई है. उन्होंने कहा प्रदेश में सरकार बदल गई है और दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी. युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ नहीं करने दिया जाएगा.