अलवर. जिले के कंपनी बाग स्थित शहीद स्मारक पर शुक्रवार को विजय (Vijay Divas celebrated in Alwar) दिवस मनाया गया. इस दौरान सेना के अधिकारियों के साथ ही मंत्री टीकाराम जूली, जिला कलेक्टर के अलावा अन्य प्रशासनिक अधिकारी मौजूद रहे. मौके पर सेना की ओर से बैंड बजाकर युद्ध के वीरों को याद किया गया तो भारी संख्या में स्कूली बच्चे भी कार्यक्रम स्थल पर नजर आए.
साल 1971 के युद्ध में भारत ने पाकिस्तान को पराजित किया था. जिसके बाद 93 हजार पाकिस्तानी सेना ने भारतीय सेना के सामने आत्मसमर्पण किया था. इसी के बाद पूर्वी पाकिस्तान स्वतंत्र हुआ, जो आज बांग्लादेश के नाम से जाना (Vijay Diwas 2022) जाता है. मंत्री टीकाराम जूली ने कहा कि 16 दिसंबर के दिन को हम विजय दिवस के रूप में मनाते हैं, क्योंकि इसी दिन साल 1971 को हमने पाकिस्तान को पराजित कर बांग्लादेश को आजाद कराया था.
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उन्होंने इस दौरान 4 शहीद की वीरांगनाओं और दो युद्ध में भाग लेने वाले सैनिकों का सम्मान भी किया. जूली ने कहा देश के लिए शहीद होना गर्व की बात है. हमें हमेशा देश की रक्षा के लिए आगे रहना चाहिए. सैनिक कल्याण समिति के अधिकारियों ने बताया पूरा देश 16 दिसंबर को विजय दिवस के रूप में मनाता है. इस दिन भारतीय सेना ने अपने युद्ध कौशल व बहादुरी का परचम लहराया था और पाकिस्तान की सेना को घुटनों पर ला दिया था.
इस दौरान मौके पर आर्मी स्टेशन कमांडर, मंत्री टीकाराम जूली, जिला प्रमुख बलवीर छिल्लर, जिला कलेक्टर जितेंद्र कुमार सोनी समेत अन्य युद्ध में शहीद हुए भारतीय वीरों को श्रद्धांजलि अर्पित कर उन्हें याद किया.
वीरांगनाओं का किया अभिनंदन: इधर विजय दिवस के मौके पर भीलवाड़ा सैनिक कल्याण कार्यालय में शहीदों की वीरांगनाओं का अभिनंदन किया गया. इस दौरान पूर्व सैनिकों ने कहा कि आज भी हम देश की सरहद पर देश की रक्षा के लिए गोली खाने के लिए तैयार हैं. वहीं, भारत-चीन सीमा पर जो विवाद चल रहा है, उसमें भी अगर जरूरत पड़ी तो वो सेवा देने को अग्रसर होंगे.
वहीं, जयपुर के बस्सी स्थित तिलक कॉलेज प्रांगण में अखिल भारतीय पूर्व सैनिक परिषद के तत्वावधान में विजय दिवस मनाया गया. इस मौके पर मेजर जनरल अयुज माथुर, एयर कोमोडोल चंदमोली, पूर्व मंत्री कन्हैयालाल मीणा के साथ ही संघ प्रचारक सतीश बतौर अतिथि उपस्थित रहे. कार्यक्रम के दौरान अतिथियों ने मां भारती और सुभाषचंद्र बोस की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर शहीद जवानों को याद किया.